बजट से निराश दिखे ज्यादातर लोग, कहा- ये झुनझुना है, बस बजाते रहो 

बजट के जरिए सरकार भले अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन आम लोगों को इस बजट से कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है.

WrittenBy:अनमोल प्रितम
Date:
   

बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस वित्तीय वर्ष का बजट पेश किया. एक घंटा 23 मिनट के भाषण के दौरान वित्त मंत्री का फोकस कृषि, शिक्षा, रोजगार के साथ-साथ महिलाओं, किसानों, युवाओं, गरीबों और इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा. 

वित्त मंत्री ने अगले 5 साल में देश की टॉप 500 कंपनियां में एक करोड़ युवाओं को पेड इंटर्नशिप कराने की बात कही. वहीं, छोटे उद्योगों के विकास के लिए मुद्रा लोन की सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़कर ₹20 लाख करने का भी ऐलान किया गया. शहरी निम्न मध्यम वर्ग के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में विस्तार की बात कही गई है ताकि शहरी गरीबों को भी घर मिल सके. 

दूसरी तरफ शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए यह बजट थोड़ा निराशाजनक रहा. सरकार ने शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर लगने वाले टैक्स को 15% से बढ़ाकर 20% कर दिया. वहीं, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर लगने वाले टैक्स को 10% से बढ़ाकर 12.30 प्रतिशत कर दिया. 

हमने इस वीडियो रिपोर्ट में सरकार द्वारा बजट में गई इन सारी घोषणाओं पर दिल्ली के आम लोगों की राय जानने की कोशिश की है.

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