अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान 14 दिन की न्यायिक हिरासत में

ऑपरेशन सिंदूर पर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इस पर हरियाणा पुलिस ने 7 दिन की रिमांड की मांग की थी.

प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की तस्वीर और बैकग्राउंड में सोशल मीडिया पर किया गया पोस्ट.

हरियाणा के सोनीपत जिला अदालत ने अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को मंगलवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें रविवार को उनके 8 मई को फेसबुक पर किए गए पोस्ट के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. इस पोस्ट में उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के एक नेता ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. साथ ही हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी उन्हें महिलाओं के अपमान का आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा था.

इसके बाद हरियाणा पुलिस ने सात दिन की रिमांड की मांग की थी, वहीं अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला लिया. अब इस मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी.

इस पूरे विवाद पर महमूदाबाद ने 14 मई को एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा, "मेरी बातों को पूरी तरह से गलत समझा गया है. मैंने अपने विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का प्रयोग करते हुए शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने तथा भारतीय सशस्त्र बलों की दृढ़ कार्रवाई की सराहना करने का प्रयास किया, जबकि मैंने उन लोगों की आलोचना की जो घृणा फैलाते हैं और भारत को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं.”

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