एक और चुनावी शो के दौरान प्रदेश के पत्रकारों ने कहा कि अगर झारखंड में अवैध अप्रवासी मुद्दा बनता है तो इसके लिए केंद्र जिम्मेदार होगा.
झारखंड विधानसभा के लिए एक चरण का मतदान हो चुका है. दूसरे चरण के लिए जल्द ही चुनाव होने हैं. इस बीच न्यूज़लॉन्ड्री की टीम झारखंड की राजधानी रांची पहुंची. यहां ‘एक और चुनावी शो’ कार्यक्रम के तहत राज्य के प्रमुख मुद्दों और राजनीतिक अंतर्धाराओं को समझने की कोशिश की. खासकर भाजपा के “बांग्लादेशी अवैध अप्रवासी” के दावे पर टीम ने वरिष्ठ पत्रकारों से चर्चा की.
गौरतलब है कि हाल ही में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अवैध अप्रवासी “आपकी बेटियों” को भी छीन सकते हैं. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने आदिवासियों को छोड़कर एक विशेष वर्दी कोड का वादा किया है.
न्यूज़लॉन्ड्री की मनीषा पांडे और अतुल चौरसिया ने कार्यकर्ता और लेखिका वासवी कीरो और झारखंड के पत्रकार सुरेंद्र सोरेन और राजेंद्र तिवारी से भाजपा के चुनावी अभियान, अवैध अप्रवासियों के डर, अडाणी और राज्य की राजनीति पर बात की.
इस दौरान सोरेन ने कहा कि भाजपा जमीनी मुद्दे नहीं खोज पा रही है, जबकि तिवारी ने कहा कि अगर ऐसा है भी तो केंद्र सरकार अवैध प्रवासियों के लिए जिम्मेदार होगी क्योंकि राज्य की कोई अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं है.
वहीं, किरो ने कहा कि अगर भगवा पार्टी को स्वदेशी लोगों की चिंता है तो उसे दिल्ली में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करने वाली पांच लाख महिलाओं के लिए कानून बनाना चाहिए.
देखिए हमारी ये खास बातचीत.