बिहार के पहले अति पिछड़े मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर पर आधारित वरिष्ठ पत्रकार संतोष की किताब “द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉयस ऑफ वॉयसलेस’ पर विस्तार से चर्चा.
एनएल इंटरव्यूज़ में इस बार एक पुस्तक के बहाने कर्पूरी ठाकुर के कालजयी जीवन पर विस्तार से बातचीत हुई. इस बातचीत का जरिया इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह की किताब ‘द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉयस ऑफ वॉयसलेस’ बनी. बातचीत के दौरान संतोष सिंह ने कर्पूरी ठाकुर के अनछुए और अनसुने पहलुओं पर अद्भुत जानकारी साझा की.
कर्पूरी ठाकुर का व्यक्तित्व किस प्रकार से पक्ष और विपक्ष की राजनैतिक सीमा से बाहर था, इसका उदहारण देते हुए संतोष सिंह एक घटना का जिक्र करते हैं. वे बताते हैं कि किस प्रकार से उनकी मौत के बाद उनकी विरोधी पार्टी (कांग्रेस) के एक मुख्यमंत्री ने उनके नाम पर उनके गांव का नाम रखा था. ऐसा आज तक बिहार के किसी भी मुख्यमंत्री के लिए नहीं किया गया है.
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