बातचीत के दौरान छात्र अपने मुद्दों को लेकर मुखर नजर आए. उन्होंने बीएचयू की समस्याओं से लेकर राष्ट्रीय राजनीति पर अपने विचार रखे.
चुनावी कवरेज का हमारा सफर अब आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है. इस बार आजम खान के रामपुर से हमने पहला चुनावी शो किया था. वहीं, इस लोकसभा चुनाव का आखिरी चुनावी हमारी टीम ने बनारस से किया. इसके लिए हमारी टीम वाराणसी के प्रसिद्ध काशी हिन्दू विश्वविद्यालय पहुंची.
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है. यहां से वह तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में हमने छात्रों से बातचीत की कि उनका अपने सांसद, प्रधानमंत्री और इस सरकार के प्रति क्या रुख है.
छात्रों ने इस दौरान स्थानीय और बीएचयू के मुद्दे, छात्रों से जुड़ी समस्याओं, महिला सुरक्षा से लेकर पर्यावरण और आदिवासियों के लिए अवसर उपलब्ध कराने जैसी समस्याओं पर बात की. इन छात्रों ने प्रधानमंत्री की असंसदीय भाषा पर खेद प्रकट किया. साथ ही रोजगार के वादे को याद करते हुए अबतक समुचित रोजगार न मिलने की शिकायत बातचीत में साफ दिखी.
बीएचयू प्रशासन के तानाशाही-गुंडागर्दी भरे रवैये पर छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय में मुद्दों पर धरना देने वाले छात्रों पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया है और गुंडा तत्वों को संरक्षण दिया जाता है.
इसके अलावा उनके अन्य मुद्दों में बीएचयू में व्याप्त धांधली और हेराफेरी, छात्राओं की विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा आदि विषयों पर अपनी बातें रखी.
वहीं, एक छात्र का कहना था, “प्रधानमंत्री को अपना नामांकन वापस ले लेना चाहिए क्योंकि उन्होंने वाराणसी में ही एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्होंने कभी हिन्दू-मुसलमान किया तो सार्वजनिक जीवन छोड़ देंगे.”
देखिए एक और चुनावी शो का ये एपिसोड.