दक्षिण कन्नड़ जिले की करकला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे श्रीराम सेने के मुखिया से बातचीत.
उग्र और हिंसक गतिविधियों के लिए बदनाम श्रीराम सेने के प्रमुख प्रमोद मुथालिक करकला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. अपने चुनाव प्रचार के दौरान प्रमोद मुथालिक ने कई ऐसे बयान दिए हैं जो सुर्खियों में रहे हैं. मसलन, उन्होंने कहा कि अगर भाजपा का कोई नेता मोदी के नाम पर वोट मांगने आए तो उसे चप्पलों से पीटा जाए. इसी तरह उन्होंने एक और बयान दिया कि अगर कोई मुसलमान एक हिंदू लड़की से शादी करता है तो हिंदू लड़कों को दस मुसलमान लड़कियों से शादी करनी चाहिए. और वो ऐसे लड़कों को रोजगार और संरक्षण देंगे.
इस तरह के तमाम बयान वो आए दिन दे रहे हैं. मसलन, उन्होंने कहा कि हर हिंदू अपने घर में तलवार रखे ताकी धर्म की रक्षा हो सके. मुस्लिम विरोध, भय, भाजपा से नाराजगी और हिंदुत्व उनके प्रचार का प्रमुख हथियार है. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के सुनील कुमार से है, जो कि मौजूदा सरकार में मंत्री थे. प्रमोद मुथालिक स्वयं लंबे समय तक आरएसएस के सदस्य रहे. हालांकि, साल 2005 में उन्होंने आरएसएस से अलग होकर श्रीराम सेने नाम का अपना अलग संगठन बना लिया. यह संगठन पहली बार 2009 में सुर्खियों में आया था. उस वर्ष मंगलोर के एक पब में दिनदहाड़े श्री राम सेने के कार्यकर्ताओं ने घुसकर लड़कियों और युवाओं को पीटा. पब में तोड़फोड़ की. इस घटना के बारे में अब मुथालिक बात नहीं करना चाहते हैं.
चुनाव प्रचार के दौरान वो अपना घोषणापत्र जारी कर रहे थे. इस दौरान हमारी उनसे बातचीत हुई. पूरी बातचीत आप यहां सुन सकते हैं.