कांग्रेस पार्टी ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह सत्ता में आने पर बजरंग दल और पीएफआई जैसे अतिवादी संगठनों को बैन कर देगी. इस पर बजरंग दल नेता ने कांग्रेस को खुली चुनौती दी है.
कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के अपने चुनावी घोषणा पत्र में 'नफरत पैदा करने वाले' संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. इन संगठनों में बजरंग दल भी शामिल है. इसके बाद कर्नाटक विश्व हिंदू परिषद- बजरंग दल के नेता शरण पंपवेल ने न्यूज़लॉन्ड्री के कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया से बात की. इस दौरान पंपवेल ने बजरंग दल बैन, मुसलमानों से हिंसा और लव जिहाद समेत कई मुद्दों पर विस्तार से अपनी राय रखी.
बजरंग दल के नेता रहे शरण पंपवेल ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि हम भी देखेंगे कि वो कैसे संगठन को बैन करते हैं? इस इंटरव्यू में पंपवेल ने मुस्लिमों पर हमले को लेकर भी सफाई दी. उन्होंने मस्जिद में घुसकर जबरदस्ती पूजा करने के आरोपों पर कहा कि हमें अंदर से देखने पर लगता है कि वो पहले मंदिर था, जिसे कब्जा करके मस्जिद बनाई गई है. इसलिए हमने वहां पर पूजा की है.
पंपवेल ने एक जनसभा में ऐलान किया था कि मोहम्मद फाजिल और मोहम्मद जलील की हत्या करके प्रवीण नेत्तारू की हत्या का बदला लिया है. यह बात उन्होंने खुलेआम एक जनसभा में कही थी. इसके बाद उन पर एक एफआईआर दर्ज की गई.
इसके बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि ऐसा नहीं है, और मेरी बात को गलत तरीके से बताया गया है.
बता दें कि भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तारू की हत्या पिछले साल जुलाई में कर दी गई थी. एनआईए ने चार्जशीट में नेत्तारू हत्याकांड को पीएफआई की ‘इस्लामिक गणराज्य 2047’ साजिश का नतीजा बताया है. इसके अलावा शरण पंपवेल ने न्यूज़लॉन्ड्री से और क्या कुछ कहा, जानने के लिए देखिए ये पूरा इंटरव्यू.