सुदर्शन न्यूज़ की नौटंकी पर क्या कहते हैं हल्दीराम के कर्मचारी

हल्दीराम रेस्टोरेंट में सुदर्शन न्यूज़ के रिपोर्टर द्वारा किए गए हंगामे का सच.

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सुदर्शन न्यूज़ की नौटंकी पर क्या कहते हैं हल्दीराम के कर्मचारी
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उन्होंने बताया, “जब रिपोर्टर (शिवानी) स्टोर में घुसी थीं तब मैं स्टोर सेट कर रहा था. वह एक पैकेट लेकर कैशियर सपना से पूछने लगीं कि इस पैकेट में अंदर क्या है? क्या इसे खा सकते हैं. सपना ने जवाब दिया कि हां खा सकते हैं. उसके बाद वह पैकेट उल्टा करके दिखाती हैं और पूछती हैं कि उर्दू में क्या लिखा है.”

इसके बाद स्टोर में ही मौजूद मैनेजर कीर्ति ने मोबाइल पर रिकॉर्डिंग करने से मना कर दिया जिसके बाद वह बड़ा वाला कैमरा लेकर आए.

नीतीश इसके आगे की बात बताते हैं, “कीर्ति मैम ने गार्ड को कैमरा अंदर लाने से मना कर दिया था. हमारा स्टोर कांच की पारदर्शी दीवारों से बना है, तो कैमरामैन ने स्टोर के बाहर जाकर ही रिकॉर्डिंग शुरू कर दी. इतने में शिवानी ने माइक निकाल लिया.”

जब विवाद बढ़ने लगा तब कीर्ति ने ही नीतीश से पुलिस को बुलाने के लिए कहा. नीतीश पास के थाने से पुलिसकर्मी मुकेश कुमार यादव को बुलाकर लाते हैं. मुकेश कुमार वही पुलिसकर्मी हैं जो वायरल वीडियो में भी नजर आ रहे हैं.

मुकेश बताते हैं, “जब विवाद बढ़ गया तब नीतीश मुझे बुलाने आए.”

नितीश आगे कहते हैं, “रिपोर्टर के पास एक बैग था. उसने उस बैग से ही नमकीन का पैकेट निकाला था. इसलिए मुझे लगा चोरी का मामला है और मैं पुलिस को बुलाकर ले आया.”

पुलिसकर्मी मुकेश बताते हैं, “वह वीडियो रिकॉर्डिंग कर रही थीं. जब दोनों (शिवानी और कीर्ति) में गहमागहमी बढ़ने लगी तब मैंने हस्तक्षेप किया और रोकने की कोशिश की. वो (शिवानी) बस यही कहती रहीं कि मैं अपना काम कर रही हूं, उसे पूरा करके चली जाऊंगी.”

मुकेश आगे कहते हैं, “शिवानी महिला थीं, मैं उन्हें हाथ नहीं लगा सकता था. इसलिए मैं दूर ही खड़ा था. मैं उन्हें चौकी में लेकर भी आया लेकिन शिवानी ने शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया.”

मुकेश ने पुष्टि की कि वे लोग हल्दीराम में वीडियो बनाने के मकसद से ही आए थे.

मुकेश ने हमें बताया, “सुदर्शन न्यूज़ की गाड़ी पुलिस थाने के बाहर ही खड़ी थी. उन्होंने मुझे कहा कि वे वीडियो बनाने आए थे. काम हो गया. इसके बाद वे अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए.”

न्यूज़लॉन्ड्री ने सुदर्शन न्यूज़ की रिपोर्टर शिवानी ठाकुर से भी बात की.

शिवानी ने हमें बताया, “हल्दीराम के कई सारे ग्राहक हमारे दफ्तर (सुदर्शन न्यूज़) आए थे. उन्होंने हमें ये पैकेट दिए. ये सभी व्रत में खाने के पैकेट थे. उन्हें चिंता थी कि पैकेट के पीछे उर्दू में कुछ क्यों लिखा है. मैं यही देखने के लिए स्टोर में गई थी.”

जब हमने उनसे और सवाल पूछने की कोशिश की तो उन्होंने कहा, “सब कुछ वीडियो में है. मैं और कुछ नहीं बता सकती.”

बता दें कि हल्दीराम फलाहारी मिक्सचर पैकेट के पीछे लिखी यह भाषा उर्दू नहीं बल्कि अरबी है. पैकेट पर अरबी में लिखा है, “इसमें मूंगफली और आलू का मिश्रण हल्के मसालों के साथ है.”

इसके नीचे आलू, मूंगफली, वेजिटेबल ऑयल, चीनी, नमक और मिर्च की मात्रा का विवरण लिखा हुआ है. अरबी में लिखने का उद्देश्य केवल इतना है कि इस पैकेट को बेचने के लिए दुबई भी भेजा जाता है.

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