कोविड महामारी में स्कूलबंदी: 63 करोड़ से अधिक बच्चों की शिक्षा हुई प्रभावित

महामारी के कारण पूर्ण और आंशिक रूप से स्कूलों के बंद होने का असर ने केवल बच्चों की शिक्षा बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा है.

WrittenBy:ललित मौर्या
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कई बच्चों के लिए पोषण का एकमात्र स्रोत है स्कूलों में मिलने वाला भोजन

साक्ष्य बताते हैं कि कोविड-19 महामारी के चलते बच्चों और युवाओं में चिंता और अवसाद कहीं ज्यादा बढ़ गया है. पिछले अध्ययनों से पता चला है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किशोरों और लड़कियों में अन्य की तुलना में यह समस्या कहीं ज्यादा होने की संभावना है.

गौरतलब है कि दुनिया भर में स्कूलों के बंद होने के कारण करीब 37 करोड़ बच्चे रोज मिलने वाले भोजन से वंचित हो गए हैं. दुर्भाग्य की बात है कि कुछ बच्चों के लिए यह भोजन उनके दैनिक पोषण का एकमात्र विश्वसनीय स्रोत था.

इस बारे में यूनिसेफ के शिक्षा प्रमुख रॉबर्ट जेनकिंस का कहना है कि इस साल मार्च में शिक्षा पर पड़ते कोविड-19 के प्रभाव को दो साल हो जाएंगे. यह स्कूली शिक्षा को होती ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई आसान नहीं है. इसके लिए केवल स्कूलों को दोबारा चालू करना काफी नहीं है, इसके कारण सीखने के मार्ग में जो व्यवधान आए हैं उन्हें दूर करना जरूरी है.

इस नुकसान को पूरा करने के लिए बच्चों को काफी मदद की जरूरत होगी. उनके अनुसार इस भरपाई के लिए स्कूलों को शिक्षा देने के साथ-साथ बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा. साथ ही उनके सामाजिक विकास और पोषण को भी ध्यान में रखना होगा.

(साभार- डाउन टू अर्थ)

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