भास्कर ने कहा- मृतक के परिवार की क्षति की भरपाई करना तो मुमकिन नहीं है लेकिन हम एक छोटा सी मदद कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के समय में जहां मीडिया संस्थानों से पत्रकारों को निकाला जा रहा है, उनके निधन के बाद परिवार बेसहारा हो रहे है, ऐसे मुश्किल समय में दैनिक भास्कर ग्रुप ने एक नई मिसाल पेश की है.
दैनिक भास्कर समूह ने कोरोना महामारी की वजह से मृत्यु हो जाने वाले कर्मचारियों के परिजनों को मदद करने का फैसला किया है. ग्रुप ने कहा है, "मृतक के परिवार की क्षति की भरपाई करना तो मुमकिन नहीं है लेकिन हम एक छोटा सी मदद कर रहे हैं."
सुधीर, गिरीश और पवन अग्रवाल द्वारा जारी इस बयान में जिन कर्मचारियों की कोरोना से मृत्यु हुई है उनके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात कही गई है. इसमें कहा गया हैं कि मृत्यु होने के बाद उस कर्मचारी के परिवार को 30 हजार रुपये या उसकी मंथली सैलरी (जिनकी 30 हजार से कम होगी) 1 साल तक दिया जाएगा.
साथ ही जीटीएलआई इंश्योरेंस के तहत 48 महीने की सैलरी के बराबर राशि मिलेगी. बेरेवमेंट फंड के तहर 7 लाख रुपए, पीएफ और ईडीएलआई के तहत 35 महीनों की बेसिक सैलरी दी जाएगी. इसके साथ ही ग्रेच्युटी और फुल एंड फाइनल सेटलमेंट कर राशि परिजन को दी जाएगी.
ग्रुप ने अपने बयान में बताया हैं कि इस राशि को पहुंचाने की जिम्मेदारी वर्टिकल हेड और एचआर की होगी.