दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा था कि एसआईआर के बाद बिहार के पास देश का सबसे शुद्ध बोले तो प्योरतम मतदाता सूची है. लेकिन ज्ञानेश कुमार की यह प्योरतम मतदाता सूची भाजपा के उन अगणित नेताओं कार्यकर्ताओं की शरणस्थली बन गई है जो देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समय पर मतदान करके चुनाव आयोग को उसकी हैसियत दिखा रहे हैं, और संघ का राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं.
दूसरी ओर एक बार फिर से राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोप लगाते हुए सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधा. इस खुलासे को उन्होंने एच-फ़ाइल्स का नाम दिया. अपनी प्रेस कॉन्फ़्रेंस में वो जिस तरह से वोट चोरी के आंकड़ों की ताबड़तोड़ बमबारी करते दिखे, ऐसा लगा कि वो फ़ाइलें नहीं, मिसाइलें दाग रहे हैं. राहुल गांधी का दावा है कि पिछले साल हरियाणा में हुए विधानसभा चुनावों में क़रीब 25 लाख वोट चोरी किये गये. यानी हर आठ मे से एक वोट फ़र्ज़ी था.
इस सबके बीच हर साल की तरह एक बार फिर देश की राजधानी गैस चैंबर में बदल गई है. जनता का दम घुट रहा है, सांस लेना मुहाल हो चला है और इस बीच जनता साफ हवा का हक मांगने पहुंच रही है तो उसे लाठियां मिल रही हैं. उधर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बागेश्वर के नौटंकीबाज बाबा धीरेंद्र शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में कदमताल कर रही हैं.
देखिए इस हफ्ते की विशेष टिप्पणी.
सुधीर के सफेद झूठ, एनडीटीवी की कुंडली मार पत्रकारिता और रेखा गुप्ता