एबीपी न्यूज़ ने हटाया भाजपा नेता आरके सिंह के इंटरव्यू का वीडियो, अडाणी को लेकर थे आरोप

एबीपी न्यूज़ के पोस्ट डिलीट करने को लेकर बात सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रही बल्कि कांग्रेस की आधिकारिक प्रेसवार्ता में भी इसका जिक्र हुआ.

WrittenBy:विकास जांगड़ा
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गौतम अडाणी की तस्वीर और सिंह के टीवी चैनल पर प्रसारित इंटरव्यू का स्क्रीनशॉट.

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान कुछ ही घंटे दूर था. उससे पहले बिहार में एक तरह से राजनीतिक भूचाल ला देने वाली ख़बर आई. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राज कुमार सिंह (आर.के. सिंह) ने एबीपी न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर 62 हजार करोड़ रुपये के बिजली घोटाले का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि बिहार सरकार ने अडाणी पावर लिमिटेड से ऊंचे दामों पर बिजली खरीदने का समझौता किया. जिसका बोझ सीधा जनता पर पड़ेगा. 

हालांकि, सिंह के इस बयान से ज़्यादा चर्चा फिलहाल एबीपी न्यूज़ की हो रही है. चैनल ने इस इंटरव्यू का वीडियो ट्वीट करने के कुछ वक्त बाद एक्स हैंडल से हटा लिया. सुबह 6:51 बजे यह वीडियो पोस्ट किया गया था. इस पोस्ट में न्यूज़ एंकर और रिपोर्टर दोनों को टैग भी किया गया था. सिंह का यह वीडियो सुबह के वक्त प्रसारित हुए बुलेटिन में चला था.

वैसे ये ख़बर वीडियो चैनल की वेबसाइट और फेसबुक पेज पर अब भी उपलब्ध है. फेसबुक पेज पर तो इसके दो पोस्ट उपलब्ध हैं, पहले पोस्ट में सुबह प्रसारित हुआ वो पूरा बुलेटिन है, जहां सिंह के इंटरव्यू का ये हिस्सा प्रसारित हुआ और दूसरे पोस्ट में अलग से सिर्फ आरके सिंह से बातचीत का 4 मिनट का वीडियो है. वहीं, वेबसाइट पर यह टॉप 10 ट्रेंडिंग वीडियोज़ में शुमार रहा.

यूट्यूब चैनल ‘एबीपी न्यूज़’ पर उपलब्ध इसी बुलेटिन के वीडियो से आरके सिंह से बातचीत वाला हिस्सा फिलहाल ‘गायब’ है. संभवत: इसकी वजह यूट्यूब पर वीडियो से हिस्से को संपादित करने की सुविधा है. जो कि फिलहाल एक्स पर उपलब्ध नहीं है. हालांकि, यूट्यूब वीडियो का टाइटल और डिस्क्रिप्शन अभी भी आरके सिंह के आरोपों वाला ही है. टाइटल में लिखा है- ‘Bihar Election में फूटा बम, BJP के पूर्व मंत्री ने लगाए 62 हजार करोड़ घोटाले का आरोप. Breaking News’. उल्लेखनीय है कि एबीपी ने फेसबुक और वेबसाइट पर भी वीडियो इसी टाइटल से प्रकाशित किया है. 

इसके दूसरे यूट्यूब चैनल एबीपी लाइव पर सिंह का यह वीडियो तो उपलब्ध नहीं दिख रहा है. लेकिन इससे संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ जरूर उपलब्ध है. जिसमें सिंह के दावों का जिक्र है और इसका शीर्षक है- ‘Bihar Election में 62 हजार करोड़ का घोटाला-RK Singh | ABPLIVE’

यूट्यूब वीडियो, जिससे सिंह के इंटरव्यू का हिस्सा 'गायब' है.

क्या है वीडियो में?

एबीपी न्यूज़ के रिपोर्टर शशांक से बातचीत के दौरान आर.के. सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने अडाणी पावर लिमिटेड के साथ पीरपैंती में थर्मल पावर प्लांट लगाने का करार किया है, जिसके तहत राज्य सरकार अगले 25 साल तक छह रुपये से अधिक प्रति यूनिट की दर पर बिजली खरीदेगी. सिंह का दावा है कि यह दर बाजार मूल्य से काफी अधिक है और इस कारण राज्य को भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा, “ये बहुत बड़ा घपला है… कुल मिलाकर एक लाख चालीस हजार करोड़ का मामला है.”

सिंह ने आरोप लगाया कि इस सौदे के तहत बिहार को हर साल करीब ढाई हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा, जो 25 साल में लगभग ₹62,000 करोड़ तक पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा, “ये जनता का पैसा है, इसका भुगतान आखिर करेगा कौन? पब्लिक करेगी.” 

उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों या मंत्रियों की इसमें भूमिका पाई जाए, उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई होनी चाहिए.

वेबसाइट के टॉप 10 ट्रेडिंग में शामिल सिंह का इंटरव्यू

एक्स पोस्ट डिलीट होने के बाद निशाने पर एबीपी न्यूज़

वीडियो हटाए जाने के बाद एबीपी न्यूज़ निशाने पर आ गया. स्वतंत्र पत्रकारों और फैक्ट चेकर्स समेत तमाम यूजर्स ने सवाल उठाया कि इसे क्यों हटाया गया. 

मोहम्मद ज़ुबैर ने एबीपी न्यूज़ के एक्स हैंडल को टैग करते हुए लिखा, “एबीपी न्यूज़ ने वो ट्वीट क्यों डिलीट किया, जिसमें बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने बिहार सरकार और अडाणी पावर लिमिटेड के बीच पावर डील में बड़े घोटाले का आरोप लगाया था?”

वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर सिंह ने सुबह सिंह के इंटरव्यू वाले पोस्ट को कोट करते हुए ट्वीट किया. हालांकि, कुछ समय बाद जब वीडियो डिलीट हो गया तो उन्होंने दोबारा वीडियो अपलोड करते हुए ट्वीट किया और लिखा, “ट्वीट डिलीट करा दिया गया है. पर इच्छुक दर्शक यहां (वीडियो) देख सकते हैं.”

इसके अलावा भी काफी लोगों ने इस बारे में ट्वीट किया. 

विपक्ष ने भी किया तंज और उठाए सवाल

एबीपी न्यूज़ के पोस्ट डिलीट करने को लेकर बात सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रही बल्कि कांग्रेस की ओर से मंगलवार दोपहर को आयोजित प्रेसवार्ता में भी इसका जिक्र हुआ. 

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “आज सुबह एक प्रतिष्ठित चैनल ने ऊर्जा मंत्री रहे आरके सिंह का एक वीडियो डाला. उन्होंने (सिंह ने) कहा है कि 62,000 करोड़ का घोटाला हुआ है. पावर स्कैम है, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए… पता नहीं क्या दबाव आया. वो वीडियो गायब. लेकिन वो वीडियो हमने रख लिया था, तो गायब कर भी दें तो निश्चिंत रहिए. वो वीडियो है.” 

वेबसाइट पर प्रकाशित सिंह का  इंटरव्यू

क्या कहते हैं एबीपी न्यूज़ के संपादक और अडाणी?

हमने एक्स पोस्ट डिलीट किए जाने को लेकर एबीपी न्यूज़ के डिजिटल कंटेंट स्ट्रैटेजी हेड तुषार बनर्जी से बात की. उन्होंने इस तरह के किसी भी ट्वीट की जानकारी होने से इनकार कर दिया. साथ ही हमें चैनल के वरिष्ठ अधिकारी रजनीश आहूजा से बात करने को कहा. हमने रजनीश से संपर्क किया तो काफी प्रयासों के बाद भी हमारे किसी कॉल का जवाब नहीं मिला. 

चैनल से ही जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संभवतः इस मामले में ट्वीट करने में कोई गलती रही होगी क्योंकि बाकी जगह ख़बर मौजूद है और टीवी पर तो चली ही है.

इस मामले पर हमने प्रतिक्रिया के लिए अडाणी समूह को भी सवाल भेजे हैं. अगर उनका कोई जवाब आता है तो उसे इस ख़बर में जरूर शामिल किया जाएगा. 

सिंह को इंटरव्यू हटाए जाने की जानकारी 

जब इस मामले पर हमने आरके सिंह से बात करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया क्योंकि वह गुरुवार को दिल्ली आ गए हैं. उनसे जुड़े एक विश्वनीय सूत्र ने हमें बताया कि सिंह को इंटरव्यू का पोस्ट डिलीट किए जाने की पूरी जानकारी है. उन्होंने कहा कि सिंह ने इसी मुद्दे को लेकर बाकी जगह इंटरव्यू दिए हैं. जिसमें एबीपी न्यूज़ से लेकर अडाणी के मुद्दे पर भी अपना पूरा पक्ष रखा है. 

हाल ही में वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम को भी इंटरव्यू दिया. जिसमें उन्होंने इस प्रोजेक्ट को लेकर तमाम आरोपों को दोहराया और कहा कि अगर यह भ्रष्टाचार हुआ तो ये देश और प्रदेश के साथ-साथ पार्टी को समर्पित लोगों की आस्था पर भी कुठराघात हुआ है. सिंह ने कहा कि वो लोगों की आंख खोल रहे हैं कि ये भ्रष्टाचार हुआ है, ऐसे लोगों की जांच करो. 

ये पूछने पर क्या उनके इस तरह के बयानों से पार्टी नाराज नहीं होगी तो सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार हुआ है तो वो बोलेंगे ही, क्योंकि पार्टी किसी को भ्रष्टाचार का लाइसेंस नहीं देती है. 

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