दीपावली की रात सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लोग रात 10 बजे के बाद भी पटाखे जलाते रहे. बड़ी मात्रा में पारंपरिक (नॉन ग्रीन) पटाखों का भी इस्तेमाल किया गया.
दिल्ली एक बार फिर गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में है. प्रदूष की स्थिति क्या है यह जानने के लिए जब हम सोमवार सवेरे दिल्ली की सड़कों पर निकले तो स्थिति बदतर थी. बीजेपी नेताओं, खासतौर से पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पटाखों के इस्तेमाल का खुलेआम समर्थन किया. सोमवार रात को उन्होंने एक्स पर लिखा, “चारों ओर गूंजते तेज पटाखों की आवाज़ संगीत जैसी लग रही है.”
हमने एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय के बाहर से मापा. पास के ITO मॉनिटरिंग सेंटर के मुताबिक, सुबह 8 बजे यहां का AQI 347 दर्ज किया गया, यानी 'गंभीर' श्रेणी में.
इस बार सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी, लेकिन नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई गईं. रात 10 बजे के बाद भी पटाखों की आवाज़ गूंजती रही और बड़ी मात्रा में पारंपरिक (गैर-ग्रीन) पटाखों का भी इस्तेमाल किया गया. बता दें कि 19 अक्टूबर को दिल्ली का एक्यूआई 300 से 400 के बीच था, लेकिन दीपावली की रात यह बढ़कर सीधे 999 तक पहुंच गया जो कि मापक यंत्र की सीमा से भी ऊपर है.
यह शो वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए एक साझा मुहिम का हिस्सा है. आप भी हवा का हक़ अभियान से जुड़ सकते हैं. इस मुहिम को समर्थन देने के लिए यहां क्लिक करें-