हिंदी पॉडकास्ट जहां हम हफ्तेभर के बवालों और सवालों पर चर्चा करते हैं.
एनएल चर्चा में इस हफ्ते उत्तराखंड सरकार द्वारा विज्ञापन पर खर्च किए गए 1001 करोड़ रुपये, आरएसएस की सौ वर्षों की यात्रा और करूर हादसे को लेकर विस्तार से बात हुई.
इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सौ साल हुए पूरे होने पर पीएम मोदी ने जारी किया 100 रुपये का सिक्का और डाक टिकट, तमिलनाडु के करूर ज़िले में हुई एक राजनीतिक रैली में भगदड़ होने से 41 लोगों की मौत, बिहार में एसईआर की अंतिम सूची जारी, केरल विधानसभा ने एसईआर का विरोध जताने वाला प्रस्ताव किया पारित, परेश रावल की फिल्म द ताज स्टोरी के पोस्टर पर विवाद, लद्दाख में सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी के बाद उनकी पत्नी पहुंची सुप्रीम कोर्ट और अमेरिकी सरकार सात साल में पहली बार गई शटडाउन मोड में आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में फ्रंटलाइन की सीनियर डिप्टी एडिटर टी. के. राजलक्ष्मी शामिल हुईं. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से मैनेजिंग एडिटर अतुल चौरसिया, स्तंभकार आनंद वर्धन, सीनियर रिपोर्टर बसंत कुमार और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.
चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “पिछले पांच सालों में उत्तराखंड की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने विज्ञापनों पर एक हजार करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च किए हैं. इस हिसाब से औसतन प्रति दिन लगभग 55 लाख रुपये सिर्फ प्रचार-प्रसार पर खर्च किए गए.”
इस मुद्दे पर बसंत कहते हैं, “पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उत्तराखंड सरकार का विज्ञापन पर खर्च बढ़ा है और यह सरकार महज़ उत्तराखंड के चैनलों को ही विज्ञापन नहीं दे रही बल्कि नागालैंड, पंजाब के स्थानीय चैनलों को भी विज्ञापन दिए गए हैं.”
सुनिए पूरी चर्चा -
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