आईटीओ, मजनू का टीला, यमुना बाज़ार, यमुना खादर, वजीराबाद और लोहे का पुल जैसे कई अहम इलाक़े पानी में डूबे
यमुना नदी उफनाई हुई है और देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में है. लगातार बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के बाद यमुना का जलस्तर ख़तरनाक स्तर से ऊपर पहुंच गया है. नतीजा निचले इलाकों में पानी भर गया है, सड़कें नदी जैसी नज़र आ रही हैं और हज़ारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.
आईटीओ, मजनू का टीला, यमुना बाज़ार, यमुना खादर, वज़ीराबाद और लोहे का पुल जैसे कई अहम इलाक़ों में पानी भर चुका है. रिंग रोड पर पानी भर जाने से यातायात का आवागमन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस आपदा के मद्देनज़र शहर के कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है वहीं प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे हालात और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. राजधानी में एनडीआरएफ की चार टीमें लगाई गई हैं जिनके द्वारा अबतक 1,150 लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है.
हमने दिल्ली के सभी बाढ़ प्रभावित इलाक़ों और राहत शिविरों का दौरा किया और लोगों से उनकी परेशानियां जानने की कोशिश की.
देखिए हमारी यह ग्राउंड रिपोर्ट -