दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
भारत जैसे कृषि प्रधान देश है, वैसे ही यह भ्रष्टाचार प्रधान देश भी है. भांति भांति के तरीकों से भ्रष्टाचार हमारे जीवन को गुलजार करती रहती है. ताजा तस्वीर नशेड़ी चूहों के रूप में सामने आई है. यहां आरोपी कोई नेता, ठेकेदार या अधिकारी नहीं बल्कि चूहे हैं. शराबी चूहे. ये कहानी झारखंड की है जहां चूहे गांजे, भांग के बाद 802 बोतल शराब गटक गए हैं. इस तरह उन्होंने ड्यूरेशन, डाइट और क्वांटिटी का सुंदर तालमेल बिठाया.
दूसरी तरफ आज तक की एंकरा अंजना ओम कश्यप हैं जो पूरे हफ्ते परमानेंट भड़काऊ अवस्था में दिखीं. हफ्ते में तीन शो हुए. एक में ये माट साब पर भड़की हुई थीं, दूसरे में रुचिका शर्मा और मुगलों पर तथा तीसरे शो में एक मौलाना के ऊपर भड़क गईं. ये इसी तरह भड़की रहती हैं. मेरी सलाह है कि थोड़ा ठहरिए, नथुना फुलाकर, भृकुटियां चढ़ाकर ब्लड प्रेशर बढ़ाने का कोई फायदा नहीं है.