सोशल मीडिया पर कुछ हैंडलों ने दावा किया कि जब एक महिला पत्रकार ने एक राजनेता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, तब उनके सहकर्मी संपादक ने उन्हें कोई सहायता नहीं दी.
तिरुवनंतपुरम से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां एशियानेट न्यूज़ ने अपनी महिला पत्रकारों और चैनल के खिलाफ चलाए जा रहे एक संगठित साइबर अभियान को लेकर साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
चैनल के मुताबिक, बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स खासतौर पर फेसबुक और यूट्यूब पर एक सुनियोजित अभियान चलाया गया, जिसमें सीपीआई (एम) और भाजपा समर्थक कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स ने यह दावा किया कि एक वरिष्ठ महिला पत्रकार के साथ एक युवा कांग्रेस विधायक ने यौन शोषण किया है.
इन दावों के साथ ही सोशल मीडिया पर उस विधायक और पत्रकार की पहचान को लेकर अटकलें लगाई जाने लगीं. कई पोस्ट्स में एक ‘प्रमुख महिला संपादक’ पर भी आरोप लगाए गए कि उन्होंने पीड़िता की कोई मदद नहीं की.
एशियानेट न्यूज़ ने अपनी शिकायत में जिन व्यक्तियों को नामजद किया है, उनमें पोराली शाजी, शमीर शाहुद्दीन वरकला और अरुण लाल एसवी शामिल हैं. साथ ही, 'एबीसी मलयालम' और 'एसवीएस वाइब्स' जैसे यूट्यूब चैनलों का भी जिक्र किया गया है. चैनल ने इन सभी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए विस्तृत जांच की मांग की है.
चैनल ने इस मामले में केरल के मुख्यमंत्री, राज्य के पुलिस महानिदेशक और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स को भी ज्ञापन सौंपा है.
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