इलाहाबाद की गलियों से शुरू होकर मुंबई की चकाचौंध तक फैसल मलिक का सफर किसी वेब सीरीज से कम नहीं है.
पंचायत के प्रह्लाद चा को आज कौन नहीं जानता. उनके किरदार ने लगभग हर घर में पहचान बना ली है. इलाहाबाद की गलियों से शुरू होकर मुंबई की चकाचौंध तक फैसल मलिक का सफर किसी वेब सीरीज से कम नहीं है. पढ़ाई से बचते-बचाते, कॉलेज छोड़ते-छोड़ते, एक्टिंग का सपना देखते-देखते, वो कैसे पहुंचे मुंबई? कैसे एक असिस्टेंट डायरेक्टर बनते-बनते एक दिन कैमरे के सामने आ गए?
और कैसे ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से उनकी एंट्री हुई तो बस यूं ही और फिर ‘पंचायत’ से वो हर घर तक पहुंच गए. लेकिन असली संघर्ष? वो था कैमरे के पीछे. वो थे दर्जनों टीवी शोज, रात भर की शिफ्ट्स और बहुत कुछ सीखते हुए बिताए दिन-रात.
न्यूज़लॉन्ड्री से बातचीत में फैसल ने बताया कि कैसे मुंबई पहले दो चांटे मारती है, फिर बताती है कि सच्चाई क्या है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो आदमी पंचायत में इतना सीधा-सादा दिखता है, वो असल में एक प्रोड्यूसर है, जिसने अपनी कंपनी बनाई, दर्जनों शोज तैयार किए, और आज भी रात में यूट्यूब पर बैठकर टेक्निकल चीज़ें सीखता है?
तो अगर आप जानना चाहते हैं कि पर्दे के पीछे का 'प्रह्लाद चा' कौन है, कैसे एक ठेठ इलाहाबादी लड़का देश का सेलिब्रिटी बना तो न्यूज़लॉन्ड्री का यह खास इंटरव्यू मिस मत कीजिए.