पत्रकार अजय शुक्ला ने जस्टिस बेला एम त्रिवेदी को कथित तौर पर उनकी सेवानिवृत्ति के समय गोदी जज कहा था.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार कथित तौर पर जज के ऊपर टिप्पणी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ के पत्रकार और यूट्यूबर अजय शुक्ला के खिलाफ स्वत संज्ञान लेते हुए अवमानना का मामला शुरू किया है. यह 2025 का पहला ऐसा मामला है, जब सर्वोच्च न्यायालय ने औपचारिक शिकायत दर्ज किए बिना ही कथित अवमाननापूर्ण सामग्री पर स्वत- संज्ञान लिया है.
अभी तक अदालत ने किस टिप्पणी पर यह एक्शन लिया है इस बात की पुष्टि नहीं की है. हालांकि शुक्ला के यूट्यूब चैनल पर हाल ही में अपलोड किए गए वीडियो जांच के दायरे में हैं. एक वीडियो में शुक्ला ने जस्टिस एम त्रिवेदी की रिटायरमेंट के समय उन्हें “गोदी जज” बोलकर टिप्पणी की थी. मालूम हो कि गोदी शब्द आमतौर पर सरकार-समर्थक झुकाव के आरोप के रूप में प्रयुक्त होता है.
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