अंजनाजी का हलाल ड्रोन और इंडिया टुडे का झटका मिसाइल

दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.

WrittenBy:अतुल चौरसिया
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पिछले हफ्ते जब हम दरबारी मीडिया के कारनामों की जानकारी इकट्ठा कर रहे थे तब आज तक वाली बहन अंजना ओम कश्यप का एक दिलफरेब मुजस्समा हमारे हाथ लगा. तुर्की ब तुर्की बात ये है कि अगर तुर्किए के ड्रोन हलाल हैं तो फिर चीन का क्या होगा. वही चीन जो पाकिस्तान का कुल 81 फीसद रक्षा उपकरण सप्लाई करता है. और चीन की 93 फीसद आबादी नास्तिक है. तो अंजनाजी चीन के हथियारों को क्या कहेंगी? झटका. शायद झटका ही सही शब्द है. हलाल ड्रोन और झटका मिसाइल. 

पिछले दिनों में पाकिस्तान के सबसे बड़े उत्पाद की मांग में बेहद गिरावट आ गई है. ये वो उत्पाद है जिसे पाकिस्तान पूरे मिडिल ईस्ट और गल्फ के देशों को सप्लाई करता आ रहा था. मांग गिरने के कारण पाकिस्तानी माल का शेयर मार्केट औंधे मुंह गिर गया है. यह है भिखारियों की सप्लाई. सउदी अरब, यूएई, क़तर, ओमान और ईराक ने 2024 और 25 के बीच कुल 5400 पाक निर्मित भिखारियों की खेप वापस पाकिस्तान भेज दी है.

इस हफ्ते एक और राष्ट्रीय महत्व का विषय हमारे सामने आया. बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने धर्म और कर्म कांड के नगर गया का नाम बदल कर ‘गयाजी’ करने का ऐलान किया है. हमने पाया कि इस देश में ऐसे अनगिनत नगर, बजार, कस्बे और गांव है जिनके नाम के साथ जी जोड़ना बहुत आवश्यक है.

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