सिपाही मुरली नाइक अपने माता-पिता मुदावत श्रीराम नाइक और मुदावत ज्योति बाई के इकलौते बेटे थे.
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में भारतीय सेना के सिपाही मुरली नाइक शहीद हो गए. वे आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साई ज़िले के गोरंतला मंडल के पुट्टगुंडलपल्ली गांव के रहने वाले थे. गुरुवार रात भारी गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन प्रयास असफल रहा.
सिपाही मुरली नाइक अपने माता-पिता मुदावत श्रीराम नाइक और मुदावत ज्योति बाई के इकलौते बेटे थे. दोनों खेतिहर मजदूर हैं. मुरली नाइक अविवाहित थे और लांबाड़ी समुदाय से आते थे, जिसे अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है.
उनकी शहादत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग शोक व्यक्त करने पहुंचे. उनका पार्थिव शरीर शनिवार को उनके गांव काली थांडा लाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा.
श्री सत्य साई ज़िले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के दौरे की तैयारी चल रही है. उम्मीद है कि मुख्यमंत्री शहीद के परिवार को आर्थिक सहायता की घोषणा करेंगे.
भारत-पाक तनाव के बीच अब तक पाकिस्तानी गोलीबारी में 15 भारतीय सैनिक शहीद हो चुके हैं.
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