भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संक्षिप्त बयान में इस बात की जानकारी दी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी मध्यस्थता के चलते दोनों देश राजी हुए.
भारत-पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से चले आ रहे सैन्य संघर्ष पर विराम लग गया है. भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शाम को एक संक्षिप्त वक्तव्य में युद्ध विराम लागू होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने आज दोपहर भारत के डीजीएमओ से फोन पर बातचीत की. इसके बाद सहमति बनी कि दोनों पक्ष आज शाम 5 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे.
उन्होंने कहा कि इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं. साथ ही दोनों देशों के डीजीएमओ 12 मई को फिर से बात करेंगे.
विदेश सचिव के बयान से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संघर्ष विराम की जानकारी सार्वजनिक की. उन्होंने इंस्टाग्राम पर की गई पोस्ट का एक स्क्रीनशॉट ट्वीट किया. जिसमें लिखा था, ‘अमेरिका की मध्यस्थता में रातभर तक चली लंबी बातचीत के बाद मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं. दोनों देशों को बधाई.’
उधर, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है. पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है!.’
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लिखा, ‘भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है. भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है. वह ऐसा करना जारी रखेगा.’
जयशंकर से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने लिखा, “पिछले 48 घंटों में, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैंने भारत और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, सेना प्रमुख असिम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक शामिल रहे हैं. मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने तुरंत युद्धविराम (सीज़फायर) पर सहमति जताई है और एक तटस्थ स्थान पर कई मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का फैसला किया है. हम प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमत्ता, समझदारी और दूरदर्शिता की सराहना करते हैं कि उन्होंने शांति के रास्ते को चुना.'
कर्नल सोफिया कुरैशी ने ट्वीट में लिखा कि भारत ने अपनी शर्तों पर सीज़फायर किया.
इस घोषणा के बाद प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘वाशिंगटन डीसी से आई अभूतपूर्व घोषणाओं के संदर्भ में अब यह राष्ट्रीय आवश्यकता बन गई है कि प्रधानमंत्री एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करें और देश के राजनीतिक दलों को विश्वास में लें, ताकि इस संकट की घड़ी में राष्ट्रीय हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके.
उन्होंने आगे लिखा, ‘संसद का एक विशेष सत्र तत्काल बुलाया जाए, जिसमें पिछले अठारह दिनों की घटनाओं- विशेषकर पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले से लेकर अब तक की स्थिति- पर विस्तार से चर्चा की जाए और आगे की दिशा तय की जाए, ताकि देश एकजुट होकर सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन कर सके.’
इसके बाद रक्षा मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में और जानकारी दी गई. कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने काफी सारी भ्रामक और फर्जी जानकारियांं फैलाईं. जिसमें भारत के अलग-अलग एयरबेस पर हमले और नुकसान की बात कही गई. जो कि पूरी तरह गलत है.
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से ये भी दावा किया गया कि संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान की मस्जिदों पर हमला किया, जो कि पूरी तरह गलत है. इसके अलावा कुरैशी ने पाकिस्तान के भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 और ब्रह्मोस मिसाइल को नुकसान पहुंचाए जाने के दावों को भी गलत बताया.
कुरैशी की ही बातों को व्योमिका सिंह ने अंग्रेजी में दोहराया.
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