समय रैना के अलावा इस मामले में विपुल गोयल, बलराज घई, सोनाली ठक्कर और निशांत तंवर शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना और विपुल गोयल समेत 3 और को नोटिस जारी किया है. इन सब पर दिव्यांग व्यक्तियों पर कथित रूप से असंवेदनशील चुटकुले (कॉमेडी) करने का आरोप है.
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिया कि वे इन लोगों को नोटिस जारी करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अगली तारीख पर कोर्ट में मौजूद रहें. कोर्ट ने चेतावनी दी कि अगर ये लोग पेश नहीं हुए तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
इसके अलावा अदालत ने ‘मुद्दे की संवेदनशीलता और महत्व’ को देखते हुए भारत के अटॉर्नी जनरल की उपस्थिति की भी मांग की.
बेंच ने यह आदेश मैसर्स क्योर एसएमए फाउंडेशन द्वारा दायर याचिका पर दिए. जिन तीन अन्य लोगों को समन भेजा गया है, उनमें बलराज परमजीत सिंह घई, सोनाली ठक्कर उर्फ सोनाली आदित्य देसाई और निशांत तंवर शामिल हैं.
अपनी याचिका में, क्योर एसएमए इंडिया फाउंडेशन ने कथित तौर पर कहा कि ऐसी ऑनलाइन सामग्री के प्रसारण के लिए नियमन (रेगुलेशन) होना चाहिए जो विकलांग व्यक्तियों के जीवन और सम्मान के अधिकार का उल्लंघन करती है.
जस्टिस सूर्यकांत ने याचिकाकर्ता की दलीलों को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता ऐसे ‘उपचारात्मक और निवारक’ उपायों के बारे में सोचें जिन्हें इस प्रकार की टिप्पणियों के खिलाफ अपनाया जा सके. उन्होंने इस मुद्दे पर दिशानिर्देश निर्धारित करने की मंशा व्यक्त करते हुए याचिकाकर्ता के वकील से भी अनुरोध किया कि वे इस पहलू पर न्यायालय की सहायता करें.
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