डीडी न्यूज़ एंकर अशोक श्रीवास्तव समेत 3 लोगों के खिलाफ यूपी में 5 एफआईआर दर्ज 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हिंदी समाचार चैनल भारत समाचार को बदनाम करने के आरोप में ये एफआईआर दर्ज की हैं.

अशोक श्रीवास्तव की तस्वीर.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हिंदी समाचार चैनल भारत समाचार को बदनाम करने के आरोप में डीडी न्यूज के प्राइमटाइम एंकर अशोक श्रीवास्तव और दो अन्य के खिलाफ अलग-अलग जिलों में पांच एफआईआर दर्ज की हैं.

आगरा, बुलंदशहर, बुदुआन, कुशीनगर और बरेली में दर्ज की गई शिकायतों में भारत समाचार के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि पत्रकार अशोक श्रीवास्तव, सुधीर पांडे और नितिन शुक्ला ने अपने एक्स हैंडल से ‘भ्रामक और आपत्तिजनक पोस्ट’ शेयर करके ‘चैनल की छवि खराब की’. 

शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि संबंधित पोस्ट में किए गए दावे ‘पूरी तरह से निराधार’ थे और पुलिस से उन्हें प्रतिबंधित करने का आग्रह किया. 

सुधीर पांडे द्वारा एक्स पर एक वीडियो साझा करने के एक दिन बाद शिकायतें दर्ज की गईं, जिसमें दावा किया गया था कि 'भारत समाचार' चैनल चलाने वाले 'वसींद्र मिश्रा' नामक एक टीवी चैनल के पत्रकार ने उत्तर प्रदेश में पिछली समाजवादी पार्टी सरकार के शासन में '4.5 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा' किया था.

पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में भारत समाचार के कर्मचारियों ने कहा कि वासिंद्र मिश्रा नाम का कोई भी व्यक्ति चैनल के साथ काम नहीं करता है और न ही उससे जुड़ा है. 

अशोक श्रीवास्तव, सुधीर पांडे और नितिन शुक्ला पर दो एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 (2) के तहत मानहानि और एक एफआईआर में धारा 318 (4) के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. सभी पांच एफआईआर में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 का इस्तेमाल किया गया है. 

श्रीवास्तव एक दशक से अधिक समय से डीडी न्यूज के साथ जुड़े हुए हैं, जबकि पांडे यूट्यूब पर एक चैनल चलाते हैं और शुक्ला भी यूट्यूब पर एक चैनल चलाते हैं.

डिलीट किया ट्वीट

श्रीवास्तव ने कथित तौर पर नितिन शुक्ला की एक पोस्ट को कोट करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें पांडे का वीडियो शेयर किया गया था. श्रीवास्तव के ट्वीट में कहा था कि पांडे ने 'दूसरों को गोदी मीडिया कहने वाले बिकाऊ पत्रकारों को बेनकाब किया है.'

श्रीवास्तव ने 29 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में उनके और अन्य लोगों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद अपनी पोस्ट डिलीट कर दी. 

बुधवार को शेयर की गई एक पोस्ट में श्रीवास्तव ने कहा कि पांडे से बात करने के बाद, 'उन्हें लगा' कि पांडे ने 'अपनी रिपोर्ट में एक चैनल का गलत नाम लिखा है'. पोस्ट में लिखा था, 'उनके कबूलनामे के बाद, मैंने चैनल के नाम वाले कोट ट्वीट को डिलीट कर दिया है.'

'कल, सुधीर पांडे नाम के एक पत्रकार ने यूपी के कुशीनगर के सहरोलिया गांव से ग्राउंड रिपोर्ट करते हुए आरोप लगाया कि सपा सरकार ने वहां एक पत्रकार को जमीन का एक बड़ा टुकड़ा दिया है. मैंने उस ट्वीट को कोट किया और कुछ ट्वीट किए, जिनमें से एक में यूपी सरकार को भी टैग किया गया था, जिसमें कहा गया था कि इस मामले की जांच होनी चाहिए.' 

इसमें आगे लिखा गया: '...मैं हमेशा से इस बात का पक्षधर रहा हूं कि सभी पत्रकारों और चैनल मालिकों को अपनी संपत्ति सार्वजनिक रूप से घोषित करनी चाहिए ताकि जनता को हमारी ईमानदारी पर संदेह न हो और ऐसे सभी आरोपों की सच्चाई सामने आ सके. मेरा कोट ट्वीट भी इसी भावना से किया गया था.'

श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि भारत समाचार उन्हें 'जानबूझकर निशाना बना रहा है' और अपने स्ट्रिंगर्स और रिपोर्टरों के ज़रिए अलग-अलग पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करवा रहा है. 

उन्होंने इसी पोस्ट में एक जगह लिखां, '...लेकिन इस बीच, उस चैनल ने अपने स्टिंगर्स और रिपोर्टरों के ज़रिए यूपी के अलग-अलग पुलिस थानों में एफ़आईआर दर्ज करवाना शुरू कर दिया है. और वे जानबूझकर सुधीर पांडे को नहीं, बल्कि मुझे निशाना बना रहे हैं. यह स्पष्ट है कि इकोसिस्टम को मुझे निशाना बनाना ज़्यादा सुविधाजनक लगता है. ताकि मैं डर जाऊं और भविष्य में पत्रकारों और चैनल मालिकों की संपत्ति सार्वजनिक करने की अपनी मांग वापस ले लूं.'

हालांकि, श्रीवास्तव ने एक्स पर दावा किया कि सिर्फ उन्हें 'निशाना बनाया जा रहा है' और 'सुधीर पांडे को नहीं' लेकिन न्यूज़लॉन्ड्री द्वारा देखी गई सभी एफ़आईआर में अशोक श्रीवास्तव, सुधीर पांडे और नितिन शुक्ला तीनों के नाम हैं.

पांडे द्वारा अपनी वीडियो रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की विश्वसनीयता पर श्रीवास्तव ने कहा कि पांडे अपने बयानों पर कायम हैं. उन्होंने (सुधीर पांडे) फिर से ट्वीट कर अपनी रिपोर्ट की पूरी जिम्मेदारी ली है और कहा है कि अगर मामला कोर्ट में जाता है तो यूपी में पत्रकारों को जमीन बांटने के कुछ और मामले उजागर होंगे. 

उन्होंने यह भी कहा है कि वह जल्द ही अपनी कुशीनगर रिपोर्ट से जुड़े दस्तावेज भी उपलब्ध कराएंगे. विवादित वीडियो को पांडे ने 28 अप्रैल को शेयर किया था. वीडियो में पांडे ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के एक गांव से रिपोर्टिंग कर रहे थे, जहां पिछली मुलायम सिंह के नेतृत्व वाली समाजवादी सरकार द्वारा एक स्कूल बनाया जाना था, लेकिन उस पर वासिंद्र मिश्रा ने कब्जा कर लिया था. 

पांडे ने कहा, 'मैं आज कुशीनगर के सहरोलिया गांव में हूं. एक टीवी के पत्रकार हैं, जिसका नाम हैं वासिंद्र मिश्रा, उनके चैनल का नाम है भारत समाचार… योगी जी के खिलाफ, मोदी जी के खिलाफ लगातार अभियान छेड़के भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास करते हैं, बाकी चैनलों को कहते हैं गोदी मीडिया है और तथाकहित अखिलेश यादव और उनकी चमचा कंपनी कहती है बाकी मीडिया बिकी हुई है.' 

पांडे ने आगे आरोप लगाया, ‘पत्रकार साहब 4.5 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा करके बैठे हैं. ना ये तो अखिलेश यादव को दिखाई देता है और ना तथाकथित टीवी चैनल और बाकी लोगों को दिखा देता हैं.’ 

इस बीच, 29 अप्रैल को पोस्ट किए गए ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, सुधीर पांडे ने दावा किया कि भारत समाचार समाजवादी पार्टी के 'कुकर्मों' को ढांपने की कोशिश कर रहा था.

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