दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
गए हफ्ते हस्तिनापुर में काफी उथल-पुथल रही. अंधड़, तूफान और तेज़ बारिश के बीच तेज़ गर्मी ने पूरे आर्यवर्त को भूजना शुरू कर दिया है. इस सबके बीच दरबार हमेशा की तरह सजा लेकिन धृतराष्ट्र थोड़ा देर से पहुंचे. उनकी अनुपस्थिति में क्या कुछ हुआ.
उधर, समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो मीडिया संस्थानों का बहिष्कार करने की घोषणा की है. इनके नाम हैं न्यूज़-24 और देश का सबसे बड़ा तथाकथित अखबार दैनिक जागरण.
इसके साथ ही सरकारी साठगांठ कर अरबों का साम्राज्य खड़ा करने वाले रामदेव और बाबा बागेश्वर की कहानी भी इस टिप्पणी में जानिए.