सूत्रों के हवाले से: नये साल के मौके पर गए साल की खबरें

दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.

WrittenBy:अतुल चौरसिया
Date:
   

2024 बीत गया, लेकिन साल की आखिरी टिप्पणी आपके हवाले करना बाकी रह गया था. सो साल की शुरुआत में इसे स्वीकार कीजिए. यह पूरी टिप्पणी सूत्रों के हवाले से और गोपनीयता की शर्त पर है. आपको पता है कि सूत्रों की गोपनीयता की रक्षा करना एक पत्रकार का परम दायित्व होता है.  2024 मेें घटी घटनाओं के पीछे की ख़बर क्या थी, वो ख़बर हम आप तक पहुंचा रहे हैं. लेकिन ख़बर सूत्रों के हवाले से है. 

हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि विवेक का प्रयोग सिर्फ मनोरंजन के लिए करें, खबर और उसके तथ्यों के लिए कतई न करें. इन खबरों में व्यक्त विचार, इस्तेमाल हुए तथ्य और संदर्भ सिर्फ सूत्रों के हवाले से हैं. मेरा और न्यूज़लॉन्ड्री का उनसे कुछ लेना देना नहीं है. यदि आपको इन खबरों से कोई भी दिक्कत हो तो उस दिक्कत को संभाल कर रखिए, क्योंकि ख़बर सूत्रों के हवाले से है. तो पेश है नये साल के मौके पर गए साल की खबरें “सूत्रों के हवाले से”.

Also see
article imageअंबेडकर, सावरकर और गोलवलकर से सारंगी तक पहुंचा संसद का अखाड़ा
article imageधृतराष्ट्र-संजय संवाद: डंकापति का यू-टर्न और सुधीर चौधरी की एजेंडे पर वापसी

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like