अंबेडकर, सावरकर और गोलवलकर से सारंगी तक पहुंचा संसद का अखाड़ा

दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.

WrittenBy:अतुल चौरसिया
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आप सबको क्रिसमस और नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं. इस क्रिसमस के मौके पर सनी लियोनी का भी उद्धार हो गया. कैसे वो जानने के लिए आप टिप्पणी देखिए. लेकिन इस टिप्पणी की खास बात रही संसद भवन में हुई पटका-पटकी जिसमें एक सांसद चोटिल हो गए.

इस चोटिल सांसद की सेवा टहल में पूरा आईसीयू पर्यटन आयोजित हो गया. 14 दिसंबर से भाजपा के शलाका पुरुष लाल कृष्ण आडवाणी आईसीयू में भर्ती थे, लेकिन उनसे मिलने में किसी केंद्रीय मंत्री और नेता की दिलचस्पी नहीं थी. भाजपा को दो से दो सौ बहत्तर तक पहुंचाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी ने बीता पूरा हफ्ता शांतिपूर्वक अस्पताल के आईसीयू में बिताया.

दूसरी तरफ भाजपा सांसद प्रताप सारंगी थे, जिनके लिए पूरी केंद्र सरकार ने आईसीयू पर्यटन आयोजित कर डाला. सारंगी जी का मामला थोड़ा संवेदनशील है. बिना सीनियर लीडरशिप के हस्तक्षेप के कुछ संभव नहीं था. ज्यों-ज्यों सीनियर लीडरशिप का हस्तक्षेप बढ़ा, त्यों त्यों सारंगी जी का मर्ज भी बढ़ता गया. बढ़ती हुई पट्टी की बढ़ती सब कुछ बयान कर रही थी.

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