दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए. इसके साथ ही साफ हो गया कि लहर, आंधी और सुनामी में से कुछ भी नहीं आया. सिर्फ बहुमत आया. हरियाणा में भाजपा को, और जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को. हरियाणा का नतीजा चौंकाने वाला और भाजपा, खासकर नरेंद्र मोदी के लिए बड़ी राहत लेकर आया है. लोकसभा चुनाव के नतीजों से उनके नाम पर जो बट्टा लग रहा था उसे हरियाणा के नतीजों ने थोड़ा कम किया है. साथ ही जम्मू कश्मीर में लंबे वक्त के बाद लोकतंत्र फिर से वापसी कर रहा है.
लेकिन इन चुनावी नतीजों ने एक सवाल फिर से खड़ा किया है. आखिर क्यों चुनावी सर्वेक्षण औऱ एग्जिट पोल बारंबार गलत साबित होते हैं. क्यों लोगों को भरमाया जाता है.
झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मोदी जी एक बार फिर से अपनी पुरानी लय में आते दिखे. उन्होंने झारखंडवासियों को आगाह किया है कि उनके यहां हिंदुओं और आदिवासियों की आबादी गिर रही है क्योंकि घुसपैठिये लगातार घुसे जा रहे हैं. मोदीजी को फर्क नहीं पड़ता कि उनके झारंखड में घुसपैठ के दावे का कोई प्रमाण है या नहीं. उन्हें यह सफाई देने की भी जरूरत नहीं है कि दस साल से उनकी सरकार है, उनकी नाक के नीचे सीमाएं इतनी असुरक्षित क्यों हैं, जहां से घुसपैठ जारी है.
चुनाव परिणामों, एग्जिट पोल के झोल और मोदी के गुप्त ज्ञान पर देखिए इस हफ्ते की खास टिप्पणी.