दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
लंबे अरसे के बाद दरबार फिर से लगा था. खरीफ की फसल खेतों में लहलहा रही थी. बारिश अच्छी हुई थी इसलिए दरबार में भी संतुष्टि का भाव था. हस्तिनापुर वालों को हवा खराब होने का बेसब्री से इंतजार था. साथ ही इंतजार था हर साल हवा खराब होने के बाद मचने वाली किचाहिन का. यह किचाहिन अक्टूबर से दिसंबर महीने के बीच हर साल मचती है. इस सब के बीच में मौजूद थे धृतराष्ट्र और संजय, जिनकी बातचीत से दरबार काफी वक्त से महरूम था.
कुछ मामलों में देश का लॉ एंड ऑर्डर घास चरने चला गया है. यह पूरी तरह से बनाना रिपब्लिक में तब्दील हो गया है. न्यूज़18 इंडिया और इसके एक एंकर अमन चोपड़ा के मामले में यह बात बारंबार साबित होती है. न्यूज़18 इंडिया वालों ने इसे देश को ऊपर उठाने का ठेका दे रखा है. इनके शो का नाम है- ‘देश नहीं झुकने देंगे’. जाहिरन, हर दिन इसके शो में देश ऊपर उठ रहा है. उठावनी के शो में हर दिन देश का सिर थोड़ा और झुक जाता है.
दरबार के वार्तालाप और चोपड़ा के एकालाप पर इस हफ्ते की खास टिप्पणी.