बरेली: होमगार्डों द्वारा बेरहमी से पिटे दलित चौकीदार की आपबीती

पीड़ित चौकीदार का दावा है कि बहस और मारपीट की शुरुआत चुनावों में मुफ्त राशन की बात को लेकर हुई. इस दौरान आरोपियों ने उसे जातिसूचक शब्द भी कहे. 

WrittenBy:अवधेश कुमार
Date:
वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

बरेली की नवाबगंज तहसील में जमीन की फर्द निकलवाने पहुंचे चौकीदार वीरेंद्र धानुक की वहां मौजूद दो होमगार्ड ने बेरहमी से पिटाई कर दी. इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. 

फिलहाल, पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर भारतीय दंड विधान की धारा 323, 504 और एससी-एसटी एक्ट की धारा 3(1)(द) और 3(1)(घ) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. यह पूरी घटना मंगलवार यानी 14 मई शाम 4 बजे की बताई जा रही है. 

45 वर्षीय पीड़ित विरेंद्र गांव बहोरनंगला थाना नवाबगंज के निवासी हैं. एफआईआर के मुताबिक, विरेंद्र थाना नवाबगंज में ग्राम प्रहरी यानि चौकीदार हैं.     

विरेंद्र न्यूज़लॉन्ड्री को बताते हैं, "मैं नवाबगंज तहसील में जमीन की फर्द निकलवाने गया था. इस दौरान होमगार्ड रामपाल और होमगार्ड वीर बहादुर दोनों चुनावी टिप्पणी कर रहे थे कि 'गल्ला हराम का लेते हैं, पैसे हराम का लेते हैं. और फिर भी बीजेपी को वोट नहीं देते' हैं. साथ ही गाली भी दे रहे थे इस बात पर मेरी उनसे कहासुनी हो गई. मैंने कहा कि जो भी गरीब हैं, वह सब राशन ले रहे हैं. इतनी सी बात पर उन्होंने मेरा गिरेबान पकड़ लिया और लात-घूंसों और बंदूक की बट से जमीन पर गिराकर जमकर पिटाई की. मुझे गुम चोटें आई हैं. इसके बाद मैंने थाने में तहरीर देकर मामला दर्ज करवाया है." 

वह आगे कहते हैं, "अब वो समझौते के लिए कह रहे हैं लेकिन मैंने मना कर दिया है. मुझे इतना मारा है, अब मैं समझौता कर लूं, ऐसा कैसे कर सकता हूं?.”

वीरेंद्र दोनों पर जातिसूक गाली दिए जाने का भी आरोप लगाते हैं. कहते हैं, “मेरे गांव से इनका गांव 6-7 किलोमीटर दूरी पर है. ये गंगवार हैं और मैं अनुसूचित जाति से हूं.” 

तहरीर में राशन नहीं जातिसूचक गाली का जिक्र 

हालांकि, पुलिस को दी गई तहरीर में वीरेंद्र ने ये नहीं बताया है कि उनकी कहासुनी किस बात को लेकर हुई. शिकायत के मुताबिक, “वह अपने निजी काम से तहसील नवाबगंज आए थे. यहां होमगार्ड रामपाल व वीरबहादुर से किसी बात पर कहासुनी हो गई तो दोनों ने उसे लात-घूंसों से मारा और जातिसूचक गालियां दी.” 

शिकायत में जातिसूचक गालियां दिए जाने की बात है लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ऐसा नजर नहीं आ रहा है. 

पुलिस को दी गई वीरेंद्र द्वारा तहरीर

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पिटाई का वीडियो

वीरेंद्र के साथ मारपीट का वीडियो फिलहाल सोशल मीडिया पर खूब वायरल है. कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इसे एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह है बीजेपी, मोदी का असली चेहरा जहां एक दलित को अपनी मर्ज़ी से वोट देने की भी स्वतंत्रता नहीं है.”

इस बारे में नवाबगंज थानाध्यक्ष राजकुमार शर्मा न्यूज़लॉन्ड्री को बताते हैं, “मामला संज्ञान में आने के बाद चौकीदार की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. होमगार्ड और चौकीदार के बीच में मारपीट हो गई थी. हमने मारपीट की धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया है.” 

थानाध्यक्ष राजकुमार बातचीत में मुफ्त राशन को लेकर झगड़ा होने की बात से इनकार करते हैं. 

वायरल वीडियो में क्या?

घटना के वायरल वीडियो में खाकी वर्दी पहने दोनों गार्ड लात घूंसों और बंदूक की बट से वीरेंद्र को मारते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में एक गार्ड पीड़ित के मुंह पर पैर रखकर गालियां देता हुआ नजर आ रहा है, जबकि दूसरा पैर और बंदूक की बट से पीट रहा है. 

इस दौरान वीरेंद्र यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि मेरी गलती हो तो बताओ?. 

वीडियो में आस-पास दर्जनों लोग खड़े दिखाई दे रहे हैं लेकिन कोई भी बीच-बचाव के लिए सामने आता नहीं दिख रहा है. 

आरोपी हिरासत में लिए- पुलिस

वहीं, इस मामले पर बरेली पुलिस की ओर से एएसपी मुकेश चंद्र मिश्रा का बयान पोस्ट किया गया है. जिसमें बताया गया है कि पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही इस मामले में विवेचना जारी है.  

Also see
article imageजेएनयू में छात्रसंघ चुनाव: 27 साल बाद मिल पाएगा दलित अध्यक्ष?
article imageदिल्ली की सर्दी में दलित, आदिवासी पत्रकारों संग राहुल गांधी की मुलाकात

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like