हिंदी के प्रमुख अखबारों की रोजाना सुर्खियों का एक जायजा.
हिंदी के प्रमुख अखबारों ने आज एक नहीं बल्कि अलग-अलग खबरों को पहली सुर्खी बनाया है. कुछ अखबारों ने निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा के प्रथम चरण के उम्मीदवारों की सूची जारी किए जाने को तो कुछ ने केजरीवाल के पीए और विधायक से ईडी के पूछताछ करने की ख़बर को पहली सुर्खी बनाया है.
आइए आज के प्रमुख अखबारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.
अमर उजाला अखबार ने चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा के पहले चरण के मतदान के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी किए जाने की ख़बर को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने वाला है. इसके लिए निर्वाचन आयोग ने 1,625 उम्मीदवारों के नामों की अंतिम सूची जारी की है. इसमें से पुरुषों को संख्या 1,491 है जबकि महिलाएं सिर्फ 134 हैं. करूर लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा 54 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा छत्तीसगढ़ में दिए गए भाषण को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में भाजपा की विजय संकल्प शंखनाद रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, “मैंने विपक्ष के लोगों के भ्रष्टाचार पर रोक लगाई तो ये लोग बौखला गए हैं. मेरा सिर लाठी से फोड़ने की बात कर रहे हैं. मैं ऐसी धमकियों से नहीं डरूंगा और काम करता रहूंगा.
The media must be free and fair, uninfluenced by corporate or state interests. That's why you, the public, need to pay to keep news free.
Contributeदैनिक जागरण अखबार ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीएड धारक लोगों को प्राथमिक शिक्षक पद के लिए अयोग्य ठहराने के फैसले पर स्पष्टीकरण देने की ख़बर को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फैसले से पहले की भर्तियों पर इस फैसले का कोई असर नहीं होगा. जो भर्तियां इससे पहले हुईं थीं और जिनके विज्ञापन में बीएड को योग्यता का मानक बताया गया था. उन पर यह फैसला लागू नहीं होगा बशर्ते किसी अदालत ने उन्हें अयोग्य न बताया हो.
प्रधानमंत्री के छत्तीसगढ़ में दिए भाषण को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकशित किया है. ख़बर के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा, “आजादी के बाद कांग्रेस समझती थी कि उसे देश को लूटने का लाइसेंस मिला हुआ है, मैंने उनका लाइसेंस ही कैंसल कर दिया. मैं कहता हूं भ्रष्टाचारी हटाओ, वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ. भ्रष्टाचारियों को जेल जाना ही पड़ेगा, यह मोदी की गारंटी है.”
इसके अलावा, केजरीवाल के पीए और विधायक से ईडी की पूछताछ, सेबी का यूट्यूबर से 12 करोड़ रुपये जब्त करने का आदेश, कश्मीर में आतकियों ने दिल्ली के ड्राइवर को मारी गोली आदि ख़बरों को अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग मामला सुप्रीम कोर्ट से रद्द, विशेष अदालत ने कहा– के कविता ने सबूत मिटाए और गवाहों को प्रभावित किया, टीएमसी के कई नेता दिल्ली में चुनाव आयोग के सामने धरना देने के बाद हिरासत में लिए गए आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
हिंदुस्तान अखबार ने ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल के पीए और आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक से पूछताछ किए जाने की ख़बर को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, ईडी ने कहा कि केजरीवाल आप के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं, इसलिए उनसे राजनीतिक कार्यक्रमों के सिलसिले के लिए पूछताछ जरूरी है. एजेंसी का आरोप है कि पीए बिभव कुमार सहित 36 आरोपियों ने हजारों करोड़ की रिश्वत के सबूत छिपाने में भूमिका निभाई थी.
दिल्ली के उपराज्यपाल के गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर मंत्रियों की शिकायत करने की ख़बर को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 29 मार्च और 2 अप्रैल को दो बार दिल्ली के मंत्रियों को बैठक के लिए बुलाया था. मंत्रियों ने आचार संहिता का हवाला देते हुए आने से इनकार कर दिया. उन्होंने मंत्री सौरभ भारद्वाज पर सार्वजनिक रूप से कीचड़ उछालने का आरोप भी लगाया.
इसके अलावा दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टया के. कविता की आबकारी नीति घोटाले में सक्रिय भागीदारी, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले हर शख्स को जेल नहीं भेज सकते और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में होंगे शामिल आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी.
जनसत्ता अखबार ने उच्चतम न्यायालय की केंद्र-राज्य संबंधों पर की गई टिप्पणी को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के अनुसार कर्नाटक सरकार द्वारा राज्य में सूखे की समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से वित्तीय सहायता के लिए डाली गई याचिका पर न्यायालय ने कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए. ख़बर के अनुसार, न्यायालय ने कहा कि राज्यों को राहत राशि के लिए बार-बार अदालत का रुख करना पड़ता है. केंद्र द्वारा वित्तीय सहायता नहीं जारी करने का कदम संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 के तहत राज्य के लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और आप विधायक दुर्गेश पाठक से पूछताछ के मामले को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के अनुसार, ईडी ने यह पूछताछ कथित शराब घोटाले में धन शोधन के मामले में की. केजरीवाल के सचिव से पूछताछ केजरीवाल की गतिविधियों और कार्यक्रमों के सिलसिले में की गई.
इसके अलावा यूट्यूबर को जमानत देते हुए उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी- हरेक शख्स को जेल में नहीं डाल सकते, कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन, उच्चतम न्यायालय द्वारा छतीसगढ़ शराब घोटाले में धन शोधन की शिकायत रद्द करने तथा बीजद ने लगाए भाजपा पर अफसरों को धमकाने के आरोप आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
दैनिक भास्कर अखबार ने चैत्र नववर्ष पर शेयर बाजार में आए उछाल को प्रमुख सुर्खी बनाया है. ख़बर के अनुसार, सेंसेक्स और सर्राफा बाजार में तेजी देखने को मिली. जहां एक तरफ सेंसेक्स और निफ्टी में आए उछाल से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मजार मूल्यांकन 400 लाख के पार चला गया. वहीं सोना एक ही दिन में 1347 रुपये महंगा होकर 71279 रुपये/10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छतीसगढ़ और राहुल गांधी की मध्य प्रदेश की रैलियों की ख़बर को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, मोदी ने बस्तर में अपनी रैली में खुद को गरीब का बेटा बताया. और भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की बात की. साथ ही कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप होने की बात भी कही. वहीं, राहुल गांधी ने अपनी रैली में भाजपा को आदिवासी, पिछड़ा, दलित, किसान विरोधी बताया. उन्होंने भाजपा के लोगों पर आदिवासी पर पेशाब करने का आरोप लगाया. इसके अलावा राहुल गांधी ने उद्योगपतियों पर भी निशाना साधा.
इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सचिव और आप विधायक दुर्गेश पाठक से ईडी की पूछताछ, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- लगातार कैद में रखना मौत की सजा जैसा और के. कविता की जमानत अर्जी खारिज आदि खबरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
आम चुनावों का ऐलान हो चुका है. एक बार फिर न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट के पास उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सेना प्रोजेक्ट्स हैं, जो वास्तव में आपके लिए मायने रखते हैं. यहां क्लिक करके हमारे किसी एक सेना प्रोजेक्ट को चुनें, जिसे समर्थन देना चाहते हैं.
General elections are around the corner, and Newslaundry and The News Minute have ambitious plans together to focus on the issues that really matter to the voter. From political funding to battleground states, media coverage to 10 years of Modi, choose a project you would like to support and power our journalism.
Ground reportage is central to public interest journalism. Only readers like you can make it possible. Will you?