दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
न्यूज़लॉन्ड्री की होली भी अच्छी बीती. उम्मीद है आप सबकी होली भी बढ़िया से बीती होगी. होली के ठीक पहले न्यूज़लॉन्ड्री के हिस्से में कई उपलब्धियां जुड़ीं. हमें एक साथ दो-दो रामनाथ गोयनका पुरस्कार मिले. और लगे हाथ सरकार की तरफ से भी हमें कुछ पुरस्कार मिले.
जब हम न्यूज़लॉन्ड्री को मिले रामनाथ गोयनका पुरस्कारों का जश्न मना रहे थे तब कुछ लोगों को लगा कि इसी खुशी में खलल डालने का बढ़िया मौका है. भारत सरकार के कुछ हिस्से तो इन दिनों इसी काम की तनख्वाह उठा रहे हैं. किसी की खुशी में खलल डाल दो, किसी को जेल में डाल दो. तो हमें आयकर विभाग ने तीन नए नोटिस भेज दिए.
अगर अभी भी आप आज़ाद घूम रहे हैं और आजाद महसूस कर रहे हैं तो आप के लिए खास पेश है इस हफ्ते धरपकड़ न्यूज़. पूरी धरपकड़ न्यूज़ के दौरान आप 20, 21 और 22 मार्च की तारीख को आंख बंद कर याद करते रहें.
कुछ लोगों को देखकर हैरानी होती है कि आखिर ये महान होने से कैसे चूक गए. क्या कमी रह गई थी जो ये महान सिकंदर, महान अशोक, महान अकबर की श्रेणी में शामिल होने से छूट गए. महानता की तमाम योग्यता, प्रतिभा और काबिलियत होने के बावजूद ये बस महान होने से रह गए. उन्हीं में से एक मैडम हैं पलकी शर्मा.
देखिए इस हफ्ते की टिप्पणी.