क्लैश ऑफ महामानव: डंकापति, शक्तिमान और वीर रणदीप हुड्डा 

दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.

WrittenBy:अतुल चौरसिया
Date:
   

देश में चुनावी युद्ध के बादल मंडराने लगे थे, पाले खिंच रहे थे, चुनावी महाभारत के योद्धाओं ने एक दूसरे पर हमले भी शुरू कर‌‌ दिए थे. चुनावी धमक दरबार तक भी पहुंची थी. धृतराष्ट्र आर्यावर्त के इस मेगा उत्सव की हर खबर जानने को बेचैन थे. धृतराष्ट्र ने खास तौर से सभी दरबारियों को उपस्थित रहने का आदेश दिया था. तो क्या कुछ हुआ इस खास दरबार में. देखिए धृतराष्ट्र संजय संवाद में.

काफी दिनों से एक उहापोह थी कि टिप्पणी का एक लोकप्रिय हिस्सा बंद करना पड़ेगा. इस सेगमेंट का नाम था इतिहास का अंड-बंड संस्करण. बहुत दिनों से इसका कोई योग्य उम्मीदवार नहीं मिल रहा था. फिर अचानक से रणदीप हुड्डा का आगमन हुआ. इनकी एक फिल्म आई है स्वातंत्र्य वीर सावरकर. रणदीप बाबू को मुगालता हो गया कि फिल्म बनाने से ही कोई इतिहासकार और जानकार भी बन जाता है. हुड्डाजी ने न्यूज़ 24 पर चाय वाला इंटरव्यू दिया. न जाने उन्हें कौन सी अफीम वाली चाय पिलाई गई जो हुड्डा ने अंड-बंड दावे कर डाले. 

टिप्पणी देखिए और लोगों तक भी पहुंचाइए.

आम चुनाव करीब आ चुके हैं, और न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट के पास उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सेना प्रोजेक्ट्स हैं, जो वास्तव में आपके लिए मायने रखते हैं. यहां क्लिक करके हमारे किसी एक सेना प्रोजेक्ट को चुनें, जिसे समर्थन देना चाहते हैं.

subscription-appeal-image

Support Independent Media

Also see
article imageकलियुग के कृष्ण-सुदामा और राजा भीरु भुसुंडी
article imageमीडिया के 3 सीले हुए बिस्कुट और आज तक का नस्लवादी सुधीर चौधरी
subscription-appeal-image

Power NL-TNM Election Fund

General elections are around the corner, and Newslaundry and The News Minute have ambitious plans together to focus on the issues that really matter to the voter. From political funding to battleground states, media coverage to 10 years of Modi, choose a project you would like to support and power our journalism.

Ground reportage is central to public interest journalism. Only readers like you can make it possible. Will you?

Support now

You may also like