हिंदी के प्रमुख अखबारों की रोजाना सुर्खियों का एक जायजा.
हिंदी के प्रमुख अखबारों ने आज एक नहीं बल्कि अलग-अलग ख़बरों को पहली सुर्खी बनाया है. कुछ अखबारों ने एकनाथ शिंदे गुट को स्पीकर द्वारा असली शिवसेना बताए जाने तो कुछ ने कांग्रेस द्वारा राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न जाने को पहली सुर्खी बनाया है. वहीं, कुछ अखबारों ने वाइब्रेंट गुजरात समिट को भी पहले पन्ने पर जगह दी है.
आइए आज के प्रमुख अखबारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.
हिंदुस्तान अख़बार ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा बुधवार को एकनाथ शिंदे गुट को ही असली शिवसेना बताए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली सभी याचिकाएं भी खारिज कर दी. उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक को अयोग्य नहीं ठहराया जा रहा है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े द्वारा एक-दूसरे के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर फैसला पढ़ते हुए नार्वेकर ने यह बात कही. उन्होंने कहा 21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी समूहों का उदय हुआ तो शिवसेना का एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ही असली राजनीतिक (असली शिवसेना) दल था.
सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं शामिल होने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले इस कार्यक्रम में कांग्रेस संसदीय दल की सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे. पार्टी ने आयोजन के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में यह भी कहा कि भाजपा और आरएसएस ने सालों से अयोध्या में राम मंदिर को राजनीतिक परियोजना बना दिया है.
इसके अलावा दिल्ली नहीं मेघालय का बर्निहाट बीते वर्ष सबसे प्रदूषित रहा, मणिपुर में कांग्रेस की न्याय यात्रा को अनुमति, 100 अमृत भारत ट्रेनों का होगा निर्माण और आधार कार्ड से पकड़े जाएंगे आतंकी आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
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Contributeदैनिक जागरण अख़बार ने 10वीं वाइब्रेंट गुजरात समिट का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को वैश्विक विकास और मित्रता का केंद्र बताए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने विदेशी निवेशकों को अपनी सरकार के पिछले 10 वर्षों के रिकॉर्ड के आधार पर भारत में बढ़-चढ़कर निवेश करने का आह्वान किया तो दूसरी तरफ भारतीय कॉरपोरेट सेक्टर को भी बड़े सपने देखने को कहा. उन्होंने कहा कि आप जितना बड़ा सपना देखेंगे, मेरा संकल्प उतना ही बड़ा होगा. भारत की प्रगति की संभावनाओं पर आशंका जताने वालों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरी गारंटी है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. गुजरात वाइब्रेंट समिट की शुरुआत उन्होंने 20 वर्ष पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर की थी.
कांग्रेस द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराए जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, अब 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले इस कार्यक्रम में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी में से कोई भी नेता शामिल नहीं होगा. पार्टी ने बुधवार को आधिकारिक बयान जारी कर ससम्मान इस न्योते अस्वीकार करने की जानकारी दी. श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़े आयोजकों ने कांग्रेस पार्टी के इन तीनों ही वरिष्ठ नेताओं को काफी पहले यह न्योता भेजा था.
इसके अलावा महाराष्ट्र में बनी रहेगी शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार, नौसेना की तीसरी आंख बनेगा पहला स्वदेशी ड्रोन दृष्टि-10, गणतंत्र दिवस की झांकियों के लिए बनी तीन साल की योजना और भारत से विवाद के बीच मालदीव और चीन के बीच समझौते आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
अमर उजाला अख़बार ने 10वीं वाइब्रेंट गुजरात समिट का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को दुनिया की नजर में वैश्विक विकास इंजन बताए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर तमाम अनिश्चितताओं के बीच भारत आशा की नयी किरण बनकर उभरा है. दुनिया हमें वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता के एक महत्वपूर्ण स्तंभ, विश्वसनीय मित्र और विकास के इंजन के रूप में देख रही है. हमारा लक्ष्य अगले 25 वर्षों में विकसित भारत बनाने का है.
प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी ने 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए श्री जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का निमंत्रण ठुकरा दिया है. कांग्रेस ने बुधवार को बयान जारी कर भाजपा और संघ पर कार्यक्रम को सियासी बनाने और चुनावी लाभ के लिए अर्धनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करने का आरोप लगाया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में यह भी कहा कि भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं और धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने अयोध्या में राम मंदिर को राजनीतिक परियोजना बना दिया है.
इसके अलावा ईडी ने एनसी के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला को किया तलब, डोम राजा प्राण प्रतिष्ठा में विशेष यजमान और कार्यरत व सेवानिवृत्त न्यायिक अफसरों के लिए वित्तीय गरिमा जरूरी आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
दैनिक भास्कर अख़बार ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायकों की अयोग्यता पर फैसला सुनाए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के मामले में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना माना है. बुधवार को फैसला सुनाते हुए नार्वेकर ने कहा कि 21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी समूहों का उदय हुआ तो शिवसेना का एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ही असली राजनीतिक (असली शिवसेना) दल था.
10वीं वाइब्रेंट गुजरात समिट का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को विश्व को तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने की बात कहे जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात समिट का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत विश्व मित्र रूप में आगे बढ़ रहा है और अगले कुछ वर्षों में दनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक होगा. दुनिया हमें वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता के एक महत्वपूर्ण स्तंभ और वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि के इंजन के रूप में देख रही है.
इसके अलावा महिलाओं से अश्लील हरकतें व गंदे कमेंट सबसे ज़्यादा मध्यप्रदेश में, नौसेना में जल्द शामिल होगा पहला स्वदेशी ड्रोन, एएमयू में गैर अल्पसंख्यकों के कुछ कार्य देखने से कमजोर नहीं होगा अल्पसंख्यक चरित्र आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
जनसत्ता अख़बार ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायकों की अयोग्यता पर फैसला सुनाए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को कहा कि 21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी समूहों का उदय हुआ तो शिवसेना का एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा ही असली राजनीतिक (असली शिवसेना) दल था. शिवसेना के दो हिस्सों में बंटने के डेढ़ साल से ज्यादा समय के बाद उन्होंने यह फैसला सुनाया. साथ ही नार्वेकर ने दोनों पक्षों द्वारा दायर सभी 34 याचिकाओं को खारिज कर दिया जिसमें प्रतिद्वंद्वी गुटों के 54 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई थी.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी व लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी के शामिल नहीं होने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, कांग्रेस ने बुधवार को आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी दी. पार्टी ने कहा कि क्योंकि यह भाजपा और आरएसएस का आयोजन है और अर्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है इसलिए वह इस आयोजन में शामिल नहीं होंगे. वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में यह भी कहा कि भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं और धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने सालों से अयोध्या में राम मंदिर को राजनीतिक परियोजना बना दिया है.
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर भारत उम्मीद की एक नई किरण के रूप में उभरा, मणिपुर में दो गुटों में गोलीबारी के बाद कई लोग लापता, दिल्ली में रंजिश में शख्स की पीट-पीट कर हत्या और दिल्ली में दो दिन बाद निकला सूरज ठिठुरन बरकरार आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.
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