रोज़नामचा: असम में अहम शांति समझौता और नीतीश को फिर से जेडीयू की कमान

हिंदी के प्रमुख अखबारों की रोजाना सुर्खियों का एक जायजा.

नीतीश कुमार की तस्वीर

हिंदी के प्रमुख अखबारों ने आज एक नहीं बल्कि अलग-अलग ख़बरों को पहली सुर्खी बनाया है. कुछ अखबारों ने असम के लिए अहम शांति समझौते तो कुछ ने नीतीश कुमार को फिर से जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. वहीं, कुछ अखबारों ने राम मंदिर को लेकर अयोध्या में चल रही तैयारियों को भी पहली सुर्खी बनाया है. 

आइए आज के प्रमुख अखबारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.

हिंदुस्तान अख़बार ने असम में अहम शांति समझौता किए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, भारत सरकार, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और असम सरकार के बीच त्रिपक्षीय शांति समझौते पर शुक्रवार को हस्ताक्षर हो गए. गृह मंत्री अमित शाह ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे असम में शांति का नया द्वार खुलेगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि उल्फा की मांगों को पूरा करने के लिए एक समयबद्ध कार्यक्रम और इसकी मॉनिटरिंग के लिए एक समिति बनाई जाएगी.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तीसरी बार जदयू का अध्यक्ष बनाए जाने व ललन सिंह द्वारा इस्तीफा देने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, नीतीश कुमार ने तीसरी बार जनता दल यूनाइटेड की कमान अपने हांथ में ले ली. जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शुक्रवार को राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. जदयू नेता केसी त्यागी ने पार्टी की ओर से कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुए इस फैसले का राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में अनुमोदन किया गया. वहीं, ललन सिंह ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि जो एजेंडा चलाया जा रहा था, वह पूरी तरह गलत है.

इसके अलावा पहली बार मेरठ तक दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन, राज्यसभा में राघव चड्ढा को आम आदमी पार्टी का अंतरिम नेता बनाने से सभापति का इंकार, अयोध्या को आज केंद्र से कई सौगात, सात महीने बाद एक दिन में  कोविड के 797 केस और दिल्ली में भीड़ हिंसा के शिकार को मिलेगी मदद आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.

subscription-appeal-image

Support Independent Media

The media must be free and fair, uninfluenced by corporate or state interests. That's why you, the public, need to pay to keep news free.

Contribute
अखबार का पहला पन्ना

दैनिक जागरण अख़बार ने नीतीश कुमार द्वारा जदयू की कमान फिर से हाथ में लिए जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, देश की राजनीति में हफ्ते भर से लगाए जा रहे कयासों एवं चर्चाओं पर शुक्रवार को उस समय विराम लग गया, जब दिल्ली में जदयू कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को नया अध्यक्ष चुन लिया गया. कार्यकारिणी में ललन ने ही नीतीश के नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर कार्यपरिषद ने बिना किसी प्रतिरोध के मुहर लगा दी. साथ ही कुछ प्रस्ताव पारित कर यह संदेश दिया गया है कि पार्टी गठबंधन के साथ है. वहीं, खुद नीतीश ने सीधे कांग्रेस व परोक्ष रूप से गठबंधन नेताओं पर भी निशाना साधा.

राम मंदिर के गर्भ गृह में श्यामवर्णी रामलला के विराजे जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, अयोध्या के राम मंदिर के मूल गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठान होने वाला रामलला का विग्रह श्याम वर्ण का होगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने मूर्ति चयन के लिए शुक्रवार को गुप्त मतदान किया, जिसका परिणाम 5 से 10 जनवरी के बीच सार्वजनिक किया जाएगा, लेकिन रामलला के जिस विग्रह को ट्रस्ट के आधिकारिक सदस्यों ने पसंद किया, उसे अरुण योगीराज ने कर्नाटक की श्याम शिला से तैयार किया है. मतदान का निर्णय ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के पास सुरक्षित रखा गया है.

इसके अलावा असम में स्थायी शांति की दिशा में बढ़े कदम, एनजेएसी को काम करने का मौका नहीं दिया गया और अब केंद्र दिव्यांग कर्मचारियों को देगा पदोन्नति में आरक्षण आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.

अमर उजाला अख़बार ने उग्रवादी संगठन उल्फा व केंद्र में शांति समझौता किए जाने को पहली सुर्खी बनाया है, ख़बर के मुताबिक, पूर्वोत्तर के सबसे बड़े राज्य असम ने उग्रवाद खत्म करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. चार दशक में पहली बार सशस्त्र उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) ने  शुक्रवार को केंद्र और असम सरकार के साथ शांति समझौते पर दस्तखत किए. साथ ही संगठन के 750 कैडरों ने आत्मसमर्पण भी किया. समझौते के तहत उल्फा का अरविंद राजखोआ गुट अपना संगठन भंग करने और लोकतंत्र की मुख्यधारा में लौटने को तैयार हो गया है.

रामलला की मूर्ति के लिए वोटिंग किए जाने को भी अख़बार ने प्रमुखता दी है. ख़बर के मुताबिक, अयोध्या के भव्य राममंदिर में रामलला के बाल स्वरूप की किस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी, इसके लिए शुक्रवार को वोटिंग करानी पड़ी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के 14 सदस्यों ने शिला, रंग व रूप के आधार पर एक, दो व तीन नंबर के क्रम में वोट दिए. इसके बाद टीम ने निर्णय सुरक्षित कर लिया है. अंतिम निर्णय ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास करेंगे.

इसके अलावा रामनगरी को प्रधानमंत्री मोदी आज देंगे 16 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात, नीतीश फिर बने जदयू के अध्यक्ष, मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाले बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी, दिल्ली में दो दिन भीषण ठंड की चेतावनी, दिल्ली स्थित इज़रायली दूतावास के पास देसी बम से हुआ था धमाका और प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मिली-जुली सरकार की जरुरत नहीं आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.

अखबार का पहला पन्ना

जनसत्ता अख़बार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जदयू अध्यक्ष पद संभाले जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, शुक्रवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नितीश को जनता दल का अध्यक्ष चुना गया. इस बैठक में विपक्षी दलों को एक साथ लाने और जातिगत जनगणना की मांग की अगुवाई करने में उनकी भूमिका की सराहना की गई. जदयू के वरिष्ठ नेता व मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और नीतीश को अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.

कतर की अपीलीय अदालत द्वारा भारत के 8 पूर्व नौसेना अधिकारियों को फांसी की जगह कैद की सजा दिए जाने को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. ख़बर के मुताबिक, कतर की एक अदालत ने जासूसी के मामले में भरतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को तीन से 25 साल की सजा दी है. इनमें से एक को 25 साल की कैद चार को 15 साल की जेल, दो को दस साल और एक को तीन साल की सजा दी गई है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय नौसेना के अधिकारियों से संबंधित मामले में कतर की अदालत के फैसले पर गौर करने और इस विषय से जुड़े कानूनी दल के साथ चर्चा के बाद अगला कदम तय किया जाएगा.

इसके अलावा आतंकी हाफिज सईद को प्रत्यर्पित करे पाकिस्तान, उग्रवादी संगठन उल्फा हिंसा छोड़ने को तैयार, धनखड़ का राघव चड्ढा को राजयसभा में अंतरिम नेता नियुक्त करने से इंकार और एसआइटी ने गुजरात दंगों से जुड़े गवाहों, वकील और सेनानिवृत्त न्यायाधीश की सुरक्षा हटाई आदि ख़बरों को भी अख़बार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.         

दैनिक भास्कर अखबार ने श्री राम मंदिर के लिए राम लला की मूर्ति चुने जाने को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट समेत संतों और विशेषज्ञों ने शुक्रवार दोपहर सवा 1 बज के करीब राम लला की तीनों विग्रह देखे.  सूत्रों के अनुसार इनमें से दो पर सहमति बन गई है. हालांकि, इसकी घोषणा अभी बाकी है. 

कोहरे की वजह से 100 से ज्यादा उड़ानें और 30 ट्रेनों के रद्द होने को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, दिल्ली में पांचवें दिन लगातार कोहरे की चादर जारी रही. जिसके चलते 100 से ज्यादा फ्लाइट और 30 ट्रेन रद्द हो गईं. 

इसके अलावा नीतीश कुमार तीसरी बार बने जेडीयू अध्यक्ष, रिटायरमेंट से एक दिन पहले एसीपी संजय द्राल सस्पेंड और मंदिर समिति के अध्यक्ष के घर पर दागी गोलियां आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. 

अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.

Also see
article imageरोज़नामचा: सभी अखबारों की आज एक ही सुर्खी- धारा 370 हटाना केंद्र का सही फैसला
article imageरोज़नामचा: हिंदी के अख़बारों में आज एक ही सुर्खी- टनल खुली, जिंदगी खिली
subscription-appeal-image

Power NL-TNM Election Fund

General elections are around the corner, and Newslaundry and The News Minute have ambitious plans together to focus on the issues that really matter to the voter. From political funding to battleground states, media coverage to 10 years of Modi, choose a project you would like to support and power our journalism.

Ground reportage is central to public interest journalism. Only readers like you can make it possible. Will you?

Support now

Comments

We take comments from subscribers only!  Subscribe now to post comments! 
Already a subscriber?  Login


You may also like