यह कहानी अकेली 'रुबिया' की नहीं है. उसके अलावा भी कई विदेशी लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया गया और फिर इसी तरह वेश्यावृत्ति करने के लिए मजूबर और प्रताड़ित किया गया.
आपने मानव तस्करी की कई कहानियां सुनी और पढ़ी होंगी, लेकिन ये कहानी भयावह है. इस कहानी में हर रोज पीड़िता को वेश्यावृत्ति करने के लिए मजबूर किया गया. मना करने पर पीटा गया. इस कदर टॉर्चर किया गया कि जब पीड़िता का ऑपरेशन हुआ तो उसके धागे कैची से काटकर खींच लिए गए. हालांकि यह कहानी अकेली रुबिया (बदला नाम) की नहीं है. रुबिया के अलावा भी कई विदेशी लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया गया और फिर इसी तरह वेश्यावृत्ति करने के लिए मजूबर और प्रताड़ित किया गया. फिलहाल इस पूरे मास्टरमाइंड की सरगना 36 वर्षीय तुर्कमेनिस्तान निवासी अजीजा शारजे और उसके 25 वर्षीय अफगानिस्तान निवासी पति शेरगेट अफगान को गोवा से गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी अमृता गुलुलोथ के मुताबिक 30 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी में शामिल इन फरार विदेशी नागरिकों के नोर्थ गोवा में होने की सूचना मयूर विहार पुलिस को मिली थी. ट्रेस करने के बाद इन्हें पकड़ने के लिए एसएचओ मयूर विहार और एटीओ इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसके बाद 6 अक्टूबर को इनकी गिरफ्तारी की गई. बता दें कि अजीजा को 14 विदेशी एक्ट मामले में द्वारका कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा है.
अजीजा के टॉर्चर की शिकार उज़्बेकिस्तान निवासी रुबिया ने न्यूज़लॉन्ड्री से बात की. रुबिया बताती हैं कि उन्होंने अजीजा के चंगुल से कई बार भागने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाईं. इसकी वजह वह अजीजा का भारत में फैला नेटवर्क बताती हैं.
वह कहती हैं, “जब वह दिल्ली आईं तो तीन दिन तक मुझसे खाना और घर का काम कराया गया. उसके बाद मुझे शॉपिंग के नाम पर लाजपत नगर ले जाया गया, जहां मुझे छोटे-छोटे कपड़े दिलवाए गए. मना करने पर कि मैं ऐसे कपड़े नहीं पहनती हूं तो कहा कि ये तुम्हारे लिए अजीजा की ओर से गिफ्ट है. इसके बाद घर पहुंचकर बताया गया कि तुम यहां बेबी सिटिंग के लिए नहीं वेश्यावृति के लिए आई हो. मेरा पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया. मेरे विरोध करने पर मुझे पीटा गया. एक बार नहीं कई बार पीटा गया, कहा गया कि मैं (अजीजा) यहां 10 साल से हूं यहां वकील से लेकर सब मेरे जानकार हैं.”
वह कहती हैं, “वहां मैं ही नहीं मेरे अलावा भी कई लड़कियों को नौकरी के नाम पर बुलाया गया और फिर उन्हें जबरन इस धंधे में ढकेला गया. उनके मना करने पर मेरे वीडियो दिखाकर बताया गया कि कहना नहीं मानोगी तो तुम्हारा भी ऐसा ही हाल होगा.”
बता दें कि अगस्त 2022 में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अजीजा, रुबिया को बर्बरता तरके से पीटती हुई नजर आ रही हैं. इस वीडियो में अजीता रुबिया को वेश्यावृति के लिए मजबूर करती देखी जा सकती है.”
यही वह वीडियो है जिसे दिखाकर अन्य लड़कियों को भी डराया और धमकाया गया.
इससे पहले बीते साल जुलाई 2022 में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एएचटीयू यानी (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) ने अजीजा से ही जुड़े रेकेट को बस्ट किया था, जिसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. वहां पर 10 विदेशी लड़किया भी मिली थीं.
इससे पहले भी हमने अजीजा के झांसे में आकर अफगानिस्तान से दिल्ली पहुंचीं तीन लड़कियों की कहानी बताई थी. इस वीडियो रिपोर्ट को आप यहां देख सकते हैं. उज़्बेकिस्तान निवासी इन युवतियों ने बिना वीजा के अक्टूबर 2021 में नेपाल के रास्ते भारत में एंट्री की थी. जब ये नेपाल के रास्ते बिहार पहुंचीं तो इन्हें पुलिस ने पकड़ लिया. इसके बाद इन्हें जेल और डिटेंशन सेंटर में रहना पड़ा. भारत में स्थित उज़्बेकिस्तान के दूतावास, मानवाधिकार संगठन और परिवार की कड़ी मशक्कत के बाद वो रिहा हो सकी हैं. फिलहाल वह उज़्बेकिस्तान में अपने घर पर हैं.
देखें पूरा वीडियो-
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