मध्य प्रदेश: 'मुफ्त’ देने की होड़, सांप्रदायिक राजनीति और फर्स्ट टाइम वोटर के मुद्दे

मध्य प्रदेश में आगामी चुनावों में लगभग 2.2 लाख मतदाता पहली बार अपना वोट डालेंगे. 

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मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में इस बार करीब सवा दो लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे. प्रदेश के करीब 31 निर्वाचन क्षेत्रों में, युवा और पहली बार वोट करने वाले इस बार 2018 के विधानसभा चुनावों के जीत के अंतर को पार कर जाएंगे. 

न्यूज़लॉन्ड्री ने इस दौरान मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऐसे कई युवा मतदाताओं से उन बड़े मुद्दों पर बात की जो चुनाव करने के उनके निर्णय को प्रभावित करेंगे.  अधिकांश युवाओं ने इस बात पर जोर दिया कि "मुफ़्त चीज़ें महिलाओं को सशक्त नहीं बना सकती हैं" और "सांप्रदायिकता की राजनीति बढ़ रही है."

भोजपुर निर्वाचन क्षेत्र की एक युवा मतदाता श्रद्धा ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि लाड़ली बहना योजना सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है, वास्तव में इस योजना का एकमात्र उद्देश्य महिला मतदाताओं को लुभाना है."

ऐसे ही 19 वर्षीय हर्षिता ने कहा, "मैं राज्य में स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे की कमी आदि के मुद्दे पर मतदान करने जा रही हूं और सांप्रदायिकता की राजनीति को बंद करने की जरूरत है."

युवाओं के लिए अन्य प्रमुख मुद्दे बेरोजगारी और राज्य में पिछड़ता शैक्षणिक बुनियादी ढांचा था. पहली बार मतदान करने वाली एक और युवती ने कहा, “हमने भाजपा के अलावा कोई सरकार नहीं देखी है. अब बदलाव की तत्काल आवश्यकता है.”

देखिए ये वीडियो रिपोर्ट. 

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