दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
पिछले हफ्ते बिहार सरकार ने जातिगत सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किए. इस आंकड़े से बिहार की सामाजिक दशा का चेहरा तो सामने आया ही लगे हाथ कुछ चेहरे भी बेपर्दा हो गए, जो इस सच्चाई को छुपाए रखना चाहते हैं. मीडिया के वीर बालक-बालिकाओं ने इस मौके का इस्तेमाल स्वामी के सामने अपनी भक्ति को पुख्ता करने के लिए किया.
2 अक्टूबर को जब पूरा देश #MahatmaGodse अमर रहें नामक ट्विटर ट्रेंड का उत्सव मना रहा था उसी वक्त बिहार सरकार ने 13 करोड़ जनसंख्या वाले राज्य के जातिगत आंकड़े जारी कर दिए. आंकड़ों के लिए पूरी टिप्पणी देखिए.
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