भोपाल के गांधी भवन में आयोजित हुए इस कार्यक्रम का आयोजन पुष्पेंद्र पाल सिंह स्मृति फाउंडेशन द्वारा किया गया. इसमें देशभर के मीडिया संस्थानों के संपादक और पत्रकार शामिल हुए.
भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में न्यूज़लॉन्ड्री के मैनेजिंग एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार अतुल चौरसिया को प्रथम ‘पीपी सिंह नेशनल जर्नलिज्म अवार्ड-23’ से सम्मानित किया गया. बता दें कि पुष्पेंद्र पाल सिंह देश के विख्यात पत्रकारिता गुरु और हजारों विद्यार्थियों के प्रेरणास्रोत थे. उनके जिन्मदिन के मौके पर आठ अक्टूबर को यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया.
इस अवसर पर अतुल चौरसिया कहते हैं, "इस देश में संविधान लागू होने के साथ ही हर व्यस्क को वोटर बना दिया गया. लेकिन वो वोटर नागरिक कैसे बनता है ये लड़ाई उसके बाद शुरू हुई. अफसोस है कि आज संविधान लागू होने के 70-75 सालों बाद भी जो नागरिक बनाने का हमारा लक्ष्य था वो बुरी तरह से असफल रहा है. अगर आपकी बातचीत और तर्क की शुरुआत इस जुमले से होती है कि अगर आप गलत नहीं हैं तो आपको किसी भी जांच या पुलिस से क्या डर है, तो आप यह यकीन मानिए कि हमारा नागरिक बनाने का जो लक्ष्य है वह बुरी तरह से असफल रहा है."
पीपी सिंह के बारे में आनंद प्रधान कहते हैं, “पुष्पेंद्र पाल सिंह एक ऑर्गेनिक शिक्षक थे जो उसी रूप से सोचते और बरतते थे. वह 24 घंटे अपने आप को एक शिक्षक की भूमिका में देखते थे और छात्रों के साथ जो उनका संवाद था वह भी उसी तरह का था. उनके योगदान को पत्रकारिता शिक्षा जगत में हमेशा याद रखा जाएगा.”
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. विजय बहादुर सिंह ने कहा, “कोई सरकार आप पर कुछ थोप दे, और आप उसका विरोध नहीं कर सकें तो आप जिंदा व्यक्ति नहीं हैं. जिन्होंने अपनी चेतना खो दी है, वे चैनलों पर दिखते हैं.”