चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन गया है.
भारत को एक बार फिर चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने में कामयाबी हासिल हुई है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने 14 जुलाई को आंध्रप्रदेश के श्रीहरीकोटा से चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण किया था, जिसने आज शाम 6ः04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास 70 डिग्री अक्षांश पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की.
मिशन की सफलता के बाद भारत, अमेरिका- चीन और सोवियत संघ के बाद चंद्रमा पर कदम रखने वाला विश्व का चौथा देश बन गया है. वहीं, चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन गया है. उल्लेखनीय है कि 2019 में चंद्रयान-2 की असफलता के बाद कई सुधार कर चंद्रयान-3 लांच किया गया था.
इसरो की ओर से चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का यूट्यूब पर लाइव प्रसारण भी किया गया. लैंडिंग के वक्त 70 लाख से ज्यादा लोग देख रहे थे.
चंद्रयान-3 का उद्देश्य
इस मिशन के जरिए भविष्य में चांद पर जीवनयापन की संभावनाओं को तलाशा जाएगा. इसरो के मुताबिक, दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान इसलिए भेजा गया है ताकि वहां मौजूद गड्ढों और मिट्टी के घनत्व के अध्ययन से पानी की मौजूदगी की संभावना का पता लगाया जा सके.