दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
इस हफ्ते धृतराष्ट्र-संजय संवाद में कहानी सांपों की सभा की. इसका विषय था “लोकतंत्र को खत्म करने का लोकतांत्रिक तरीका”.
इसके अलावा इस टिप्पणी में बात सुधीर चौधरी की. जिन्होंने पुलिस की हिरासत में अतीक अहमद की हत्या के मुद्दे पर सवाल करने से बचते हुए विपक्ष को अपनी कूढ़मगजी में घसीटने का रास्ता खोज निकाला. सुधीर चौधरी के पिछले कई सारे शोज़ देखकर ऐसा लगता है कि यह व्यक्ति अपने किसी पैरलल यूनिवर्स में रहता है. जिसकी अपनी अलग जियोग्राफी, अलग राजनीति, अलग इतिहास और एक अलग ही सत्य है.
लगे हाथ बात उस घटना की जिसने इंडिया टुडे- आज तक के स्टार एंकर राहुल कंवल के सामने उनके चैनल की कलई खोल दी. इस वीडियो को लाइक और शेयर जरूर कर लें.