दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
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इस हफ्ते धरपकड़ न्यूज़ में जानिए विकास के एक्सप्रेसवे पर बदहवास भागे जा रहे देश का सूरते हाल. राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने के चलते बीते पूरे हफ्ते मीडिया में उन्माद छाया रहा. इसके अलावा दिल्ली सरकार के बजट रोके जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री को जो प्रेमपत्र भेजा है उसका भी एक विश्लेषण देखिए.
इसके अलावा पंजाब के फरार अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह की कोई खोज-खबर नहीं है. लेकिन खेरिया चैनलों में प्लांट पत्रकारिता बजबजा रही है. इस तरह के मामलों में अक्सर देखने को मिलता है जब पत्रकारों के पास कोई खबर नहीं होती, वो बस पुलिस द्वारा लीक की गई सूचनाओं को खबर की शक्ल में परोसते हैं. यहां भी उन्होंने ऐसा ही किया.