दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.
इस हफ्ते टिप्पणी होली विशेष है. धृतराष्ट्र के दरबार में होली का पूरा प्रबंध था. गाने-बजाने वाले सुबह से ही दरबार में जम गए थे. बहुतेरे रंग और भंग की तरंग में थे. प्लान ये था कि दरबार में जोगीरा सारारारा होगा. तो कैसे हुआ जोगीरा सारारारा उसके लिए देखिए पूरी टिप्पणी.
पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार महाआयुक्त के जिनेवा दफ्तर में अजीब हरकत हुई. यहां एक ओपेन आम जन कॉन्फ्रेंस में बलात्कार के आरोपी और भारत के भगोड़े धर्मगुरू नित्यानंद के चेलों ने अपनी व्यथा बताई और कहा कि उसे भारत में प्रताड़ित किया गया है.
दूसरी तरफ गोल्ड स्टैंडर्ड पत्रकारिता वाले आज तक ने लगभग लपकों वाली पत्रकारिता का मुजाहिरा किया. चैनल के एंकर सईद अंसारी ने मानो उत्तर प्रदेश सरकार के पीआर का ठेका ही ले लिया था. इस इंटरव्यू के अधिकतर हिस्से में अंसारी ट्रोल की तरह व्यवहार करते रहे.