अगर फिल्म का नेट कलेक्शन, उसके बजट से ज़्यादा है, तो उस केस में सामान्यतः फिल्म को हिट माना जाता है. हालांकि बहुत सी ऐसी फिल्में हैं जिन्हें लोग पसंद नहीं करते, लेकिन अपनी मार्केटिंग और बड़े नामों की वजह से वे अच्छी-खासी कमाई कर लेती हैं.
बॉलीवुड एक्टर शाहरुख़ खान की हाल ही में आई फिल्म पठान काफी चर्चा में रही. फिल्म के टीज़र आने से लेकर रिलीज़ होने तक यह लगातार सुर्ख़ियों में है. फिल्म के एक गाने ‘बेशरम रंग’ के आते ही, अदाकारा दीपिका पादुकोण द्वारा पहने गए भगवा कपड़े को लेकर भी काफी विवाद हुआ, और यहीं से इस फिल्म को बायकॉट करने का सिलसिला शुरू हो गया.
बायकॉट गैंग ने फिल्म रिलीज़ होने तक इसके विरोध में जमकर ट्रेंड्स चलाए और लोगों से फिल्म का बहिष्कार करने की अपील की.
पठान फिल्म के सिनेमा हाल में आते ही बायकॉट गैंग्स के सभी दावे धराशाई होते नज़र आए, और पहले ही दिन पठान ने कमाई के पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए. रिलीज़ के पहले ही दिन पठान ने भारत में लगभग 57 करोड़ रुपए कमाए, तो वहीं दुनिया भर में 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया. हिंदी सिनेमा की यह पहली ऐसी फिल्म है जिसने पहले ही दिन इतनी कमाई की. यही नहीं एक हफ्ता ख़त्म होते-होते भारत में यह आंकड़ा 378 करोड़ से भी ऊपर पहुंच गया.
सारांश के इस अंक में हम जानेंगे कि फिल्मों के इन धुआंधार आंकड़ों के मापदंड क्या हैं? कितने विश्वसनीय होते हैं यह आंकड़े, और फिल्मों को फ्लॉप या हिट बनाने में इनका क्या योगदान होता है?