हंसल मेहता ने फिल्मों के अलावा अपने शुरुआती जीवन, संघर्ष, राजकुमार राव और अनुराग कश्यप के साथ अपने संबंधों पर भी बात की.
हंसल मेहता, एक फिल्म निर्देशक, निर्माता, लेखक और अभिनेता हैं. उन्होंने टेलीविजन शो ‘खाना खजाना’ के साथ फिल्मों में अपने सफर की शुरुआत की थी. वे शाहिद, अलीगढ़ जैसी कई प्रसिद्ध फिल्मों और स्कैम 1992 जैसी वेब-सीरीज का निर्देशन कर चुके हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री के एग्जीक्यूटिव एडिटर अतुल चौरसिया के साथ बातचीत में वह अपनी फिल्मों की कहानियों को लेकर कहते हैं, “शुरुआत में मैंने भी कोशिश की थी कि वही फिल्में बनाऊ जो सब बनाते हैं, लेकिन मैं असफल रहा. मेरी कोशिश होती है कि दिल से एक पर्सनल कहानी कहूं, और छोटी कहानी में आपको दुनिया का सच मिल जाएगा.”
हंसल मेहता ने फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद, मुसलमानों को लेकर पूर्वाग्रह, मीडिया ट्रायल और ध्रुवीकरण पर भी बात की. फिल्म इंडस्ट्री को लेकर मीडिया द्वारा हाल के समय में की गई रिपोर्टिंग पर वह कहते हैं, “2014 से मैं अर्णब को जानता हूं. वह कैमरा के सामने अलग और कैमरा के पीछे अलग है. सिर्फ अर्णब नहीं ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनसे मैं मिला हूं तो वह अलग होते हैं, लेकिन कैमरे के सामने वह एजेंडा परोसते हैं. मैं इसे मार्केटिंग एजेंडा समझता हूं.”
हर्षद मेहता की कहानी को लेकर वह कहते हैं, “हर्षद मेहता और प्रतीक गांधी की परफॉर्मेंस में बहुत कम अंतर बचा है. आज लोग प्रतीक को देखते है और उसे हर्षद भाई कहते हैं. हर्षद ने सिस्टम, निवेशकों समेत और भी लोगों के साथ गलत किया, लेकिन सिस्टम ने भी उसके साथ गलत किया. वही हमने फिल्म में दिखाया.”
अपनी फिल्मों के अलावा हसंल ने अपने शुरुआती जीवन, संघर्ष और राजकुमार राव और अनुराग कश्यप के साथ अपने संबंधों पर भी बातचीत की.
देखिए पूरा इंटरव्यू-
Independent journalism is not possible until you pitch in. We have seen what happens in ad-funded models: Journalism takes a backseat and gets sacrificed at the altar of clicks and TRPs.
Stories like these cost perseverance, time, and resources. Subscribe now to power our journalism.
₹ 500
Monthly₹ 4999
AnnualAlready a subscriber? Login