व्यंग ट्वीट को सही मानकर मीडिया ने पाक क्रिकेटर बाबर आजम के खिलाफ चलाई खबरें

एक चैनल ने तो अपने शो में पाक के सीनियर पत्रकार आसिफ खान से इन आरोपों पर बात भी की.

Article image

बैंकों को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर फरार नीरव मोदी के नाम से एक पैरोडी अकाउंट से पाक क्रिकेटर बाबर आजम को लेकर ट्वीट किया गया. ट्वीट में कहा गया कि आजम पाक क्रिकेटर्स की गर्लफ्रेंड से टीम में सिलेक्शन करवाने के नाम पर आपत्तिजनक तौर पर बात करते हैं. 

यह पैरोडी अकाउंट डॉ नीमो यादव नाम का एक व्यक्ति चलाता है. बाद में यादव ने यह ट्वीट भी डिलीट कर दिया. जिसमें उन्होंने आजम को लेकर फोटो और वीडियो साझा किए थे. साथ ही एक अन्य ट्वीट में साफ भी किया कि, वह इस ट्वीट को डिलीट कर रहे हैं जिसमें "बीएफ इन टीम फॉर सेक्सटिंग"  स्टोरी झूठी है, मैंने व्यंग्यात्मक तरीके से ऐसा किया था.

subscription-appeal-image

Support Independent Media

The media must be free and fair, uninfluenced by corporate or state interests. That's why you, the public, need to pay to keep news free.

Contribute

इस व्यंगात्मक ट्वीट पर भारतीय मीडिया ने बाबर आजम को लेकर खबर चला दी. आजतक ने इस ट्वीट के आधार पर 16 जनवरी को खबर चलाई. बाद में 17 जनवरी को वेबसाइट पर खबर में सुधार करते हुए लिखा कि बाबर आजम के खिलाफ कुछ पैरोडी अकाउंट्स के जरिए ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही थीं. हालांकि यह लिखने के बाद भी आजतक ने खबर को हटाया नहीं है. 

यही नहीं मिरर नाऊ ने तो पूरा एक शो बाबर आजम के खिलाफ कर दिया जिसमें नीमो यादव द्वारा किए गए ट्वीट के बारे में बताया गया कि आजम, अन्य खिलाड़ियों की गर्लफ्रेंड से टीम सिलेक्शन करवाने के नाम पर आपत्तिजनक तौर पर बात करते हैं. इतना ही नहीं शो में पाक के सीनियर पत्रकार आसिफ खान से इन आरोपों पर बात भी की गई. 

इसी तरह एबीपी न्यूज़ ने भी आजम के खिलाफ खबर चला दी. जबकि खुद नीमो यादव ने ट्वीट कर बता दिया था कि उन्होंने जो ट्वीट किया था वह गलत था. यादव के ट्वीट के बाद भी यह खबर सोशल मीडिया पर शेयर की गई. 

आजम को लेकर ऑपइंडिया ने भी खबर चलाई. जिसमें यादव के ट्वीट का उपयोग किया गया है. इस खबर को लेकर यादव ने ट्विटर पर लिखा, “ऑपइंडिया के एडिटर राहुल रोशन और नुपुर शर्मा ने ट्विटर पर ब्लॉक किया हुआ है और वह मेरे ट्वीट पर फर्जी खबर चला रहे हैं.”

एक गुजराती समाचार अखबार ने भी इस खबर को अखबार में छापा है. हिंदुस्तान टाइम्स ने भी आजम को लेकर खबर बनाई है. 

इन सभी मीडिया संस्थानों ने बिना खबर की पुष्टि किए सिर्फ क्लिकबेट के नाम पर फर्जी खबर चला दी.

subscription-appeal-image

Support Independent Media

The media must be free and fair, uninfluenced by corporate or state interests. That's why you, the public, need to pay to keep news free.

Contribute
Also see
article imageहेट स्पीच के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे पत्रकार कु़र्बान अली क्या कहते हैं?
article imageसाल 2022, जब न्यायपालिका ने मीडिया की तरफ घुमाईं निगाहें
subscription-appeal-image

Power NL-TNM Election Fund

General elections are around the corner, and Newslaundry and The News Minute have ambitious plans together to focus on the issues that really matter to the voter. From political funding to battleground states, media coverage to 10 years of Modi, choose a project you would like to support and power our journalism.

Ground reportage is central to public interest journalism. Only readers like you can make it possible. Will you?

Support now

You may also like