नोटबंदी का फैसला, कंझावला की घटना और आज तक, इंडिया टीवी और न्यूज़ 18 का भांगड़ा

दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और खबरिया चैनलों के रंगमंच पर संक्षिप्त टिप्पणी.

WrittenBy:अतुल चौरसिया
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टिप्पणी का सिलसिला शुरू हो उससे पहले इस वीडियो को लाइक और शेयर जरूर करें यह बहुत जरूरी है. आपके लाइक से हमारी पहुंच नए दर्शकों तक बढ़ेगी. लगे हाथ एक नई जानकारी भी दे दूं. न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी का नया यूट्यूब चैनल भी आ चुका है. पता एकदम सीधा है- न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी. आइंदा से हमारे सभी वीडियो इस चैनल यानी न्यूज़लॉन्ड्री के साथ-साथ न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी पर भी उपलब्ध होंगे, तो बिना वक्त गंवाए उसे भी सब्सक्राइब कर लें और हाथ के हाथ एक तारीख अपने कैलेंडर में दर्ज कर लें.

आने वाले शनिवार यानी 14 जनवरी को मैं और न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी के कुछ और सदस्य इसी नए यूट्यूब चैनल यानी न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी पर आपसे लाइव मुखातिब होंगे. शाम सात बजे का वक्त होगा, मकर संक्राति का शुभ दिन होगा, सूर्यदेव उत्तरायण में प्रवेश कर चुके होंगे. मोक्ष का द्वार खुला होगा. दिव्य तरीके लाई-गट्टा, दही चूड़ा निपटाके रजाई में हाथ-पैर गरमा के शनिवार सात बजे मिलिए. आपके सवालों, सुझावों से हम रूबरू होंगे.

इधर कुछ दिनों से दरबार अनियमित हो चला है. खरमास चल रहा था. शुभ कार्य बंद थे. सूर्यदेव भी चिंगुर के चंद्रमा हो गए थे. सारी गरमी खत्म हो गई थी. सबको बस उत्तरायण का इंतजार था. धृतराष्ट्र भी उसी के इंतजार में दिन काट रहे थे. लेकिन आज दरबार में कुछ नई हलचल थी. कुछ नए मेहमान दरबार में आए थे. ग़ालिब और बंशीधर जबकि संजय आकस्मिक छुट्टी पर थे.

ग़ालिब और बंसीधर के साथ धृतराष्ट्र ने क्या गुल खिलाए. डंकापति की किन बातों पर दरबार में संवाद हुआ. देखने के लिए इस हफ्ते की टिप्पणी देखें.

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