राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया.
देश के प्रथम नागरिक यानी राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने बड़ी जीत हासिल की है. उनके पक्ष में कुल 2,824 वोट पड़े, वहीं उनके प्रतिद्वंदी यशवंत सिन्हा को 1,877 वोट मिले.
इस जीत के साथ ही द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं, और पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी. वह 24 जुलाई को मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद 25 जुलाई को शपथ लेंगी. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना उन्हें शपथ दिलाएंगे.
एनडीए उम्मीदवार मुर्मू पहले ही राउंड से विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से आगे रहीं. मुर्मू को 2,824 वोट मिले जिनका मूल्य 6,76,803 है, वहीं यशवंत सिन्हा को 1,877 मिले जिसका मूल्य 3,80,177 है. बता दें कि राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत वोटों की जरूरत होती है. इस हिसाब से द्रौपदी मुर्मू को 64.03 प्रतिशत वोट मिले, वहीं यशवंत सिन्हा को 35.97 प्रतिशत वोट मिले.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई सांसदों और विधायकों ने मतदान में क्रॉस वोटिंग करते हुए मुर्मू के पक्ष में वोट डाला. आंध्र प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड में यशवंत सिन्हा को एक भी वोट नहीं मिला.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से केवल आठ राज्यों- छत्तीसगढ़, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल में यशवंत सिन्हा को द्रौपदी मुर्मू से ज्यादा वोट हासिल हुए. बाकी सभी राज्यों में एनडीए उम्मीदवार को ज्यादा वोट मिले हैं. संसद में राज्यसभा और लोकसभा के कुल 748 सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट किया, जिसमें से मुर्मू को 540 और सिन्हा को 208 वोट मिले.
राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा के महासचिव और राष्ट्रपति चुनाव 2022 के रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनके दिल्ली आवास पर चुनाव जीतने का प्रमाण पत्र सौंपा.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुर्मू को जीत की बधाई देते हुए ट्वीट किया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के घर जाकर उन्हें जीत की बधाई दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “भारत ने इतिहास रचा है. जब 130 करोड़ भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं,ऐसे समय पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को हमारा राष्ट्रपति चुना गया है. श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को इस उपलब्धि के लिए बधाई.”
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भी द्रौपदी मुर्मू की जीत पर बधाई दी. विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी. उन्होंने अपने बधाई ट्वीट में एक विस्तृत पत्र साझा करते हुए कहा, “राष्ट्रपति चुनाव 2022 में विजयी होने पर मैं श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई देता हूं. देशवासियों को उम्मीद है कि 15वीं राष्ट्रपति के रूप में वो बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान की संरक्षक के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगी.”
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1997 में एक वार्ड सभासद के तौर पर की थी. इसके बाद वह रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार भाजपा की विधायक बनीं. पहली बार विधायक बनने के बाद वे 2000 से 2004 तक नवीन पटनायक के मंत्रिमंडल में स्वतंत्र प्रभार की राज्यमंत्री रहीं. 2015 में उन्हें झारखंड की पहली आदिवासी और महिला राज्यपाल बनाया गया था.