पुलिस ने पत्रकार रूपेश सिंह के खिलाफ यूएपीए की धाराएं भी लगाई है.
झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार रूपेश सिंह को पुलिस ने सोमवार सुबह उनके घर से गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी सरायकेला खरसांवा ज़िले के कांड्रा थाने में नवंबर 2021 में दर्ज एक पुराने मामले में की गई है.
रूपेश कुमार सिंह की पत्नी इप्सा शताक्षी ने बीबीसी को बताया कि छह गाड़ियों में सवार पुलिस रविवार को सुबह उनके घर सर्च वारंट लेकर आयी थी. तलाशी लेने के बाद दोपहर बाद पुलिस ने उन्हें अचानक गिरफ्तारी का वारंट दिखाया और रूपेश को गिरफ्तार कर साथ लेकर चली गई.
पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ यूएपीए की धाराएं भी लगाई है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए झारखंड पुलिस के प्रवक्ता अमोल वी.होमकर ने बताया कि रूपेश को प्रशांत बोस के खिलाफ दर्ज मामले के संबंध में माओवादी नेताओं के साथ उनके संबंधों को लेकर गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ कोई नई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
रूपेश की गिरफ्तारी उसी केस में की गई है, जिसके तहत पिछले साल 13 नवंबर को एक करोड़ रुपए के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को उनके कुछ कथित सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया था. ये सब लोग अभी जेल में हैं.
बता दें कि इससे पहले रूपेश सिंह का नाम उस सूची में आया था, जिन्हें पेगासस स्पाइवेयर के जरिए निशाना बनाया गया था. रूपेश और उनकी पत्नी इप्सा शताक्षी से जुड़े फोन नंबर पेगासस स्पाइवेयर द्वारा जासूसी की संभावित सूची में शामिल हैं.