दीपक चौरसिया, चित्रा त्रिपाठी और अन्य पर एक बच्ची के 'संपादित' और 'अश्लील' वीडियो प्रसारित करने और उनको आसाराम बापू के बलात्कार मामले से जोड़ने का आरोप है.
6 जून को गुरुग्राम में विशेष पॉक्सो कोर्ट से टीवी के पत्रकारों का एक समूह बाहर निकला. मीडिया के सवालों को नजरअंदाज करते हुए, वे अपने सर नीचे कर निकल रहे थे. उनसे पूछा जा रहा था, "आप अदालत में कैसे हैं सर? आप यहां किस मामले के लिए आए हैं? लोग जानना चाहते हैं… टीवी पर चिल्लाते रहते हैं लेकिन यहां एक शब्द नहीं बोल रहे."
टीवी पत्रकारों में न्यूज़ 24 के पूर्व मैनेजिंग एडिटर अजीत अंजुम, आज तक की एंकर चित्रा त्रिपाठी और न्यूज़ नेशन के पूर्व एंकर दीपक चौरसिया थे.
यह तीनों एंकर उन आठ लोगों में से हैं, जिन्हें 2020-21 में दाखिल की गई चार्जशीट में, 2013 में 10 साल की बच्ची और उनके परिवार के 'संपादित' व 'अश्लील' वीडियो दिखाने, और उन्हें स्वघोषित बाबा आसाराम बापू के यौन उत्पीड़न मामले से जोड़ने के लिए नामित किया गया. दाखिल की गई चार्जशीट में पुलिस ने दावा किया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने से "कानून व्यवस्था" बिगड़ सकती है.
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